ढाका: बांग्लादेश में आम चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। इसमें मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अनुपस्थिति के कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना के लगातार चौथी बार जीत दर्ज करने की उम्मीद है। विपक्षी दल बीएनपी ने चुनाव का बहिष्कार किया है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ है और शाम पांच बजे समाप्त होगा। चुनाव नतीजे आठ जनवरी की सुबह से घोषित किये जाने की उम्मीद है।
चुनाव मैदान में 1500 से अधिक उम्मीदवार
बांग्लादेश चुनाव आयोग ने बताया कि देशभर के 300 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है। विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। निर्वाचन आयोग के अनुसार, 42,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर हो रहे मतदान में कुल 11.96 करोड़ पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
बांग्लादेश चुनाव में 27 राजनीतिक दलों के 1,500 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं और उनके अलावा 436 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं।
हालांकि, मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी के चुनाव से बहिष्कार करने के बाद शेख हसीना की पार्टी के लिए राह बेहद आसान नजर आ रही है।
भारत के तीन पर्यवेक्षकों समेत 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक 12वें आम चुनाव की निगरानी कर रहे हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र की टीम भी चुनाव पर नजरे बनाए हुए है। यह चुनाव कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जा रहा है, क्योंकि चुनाव से दो पहले ही विपक्षी नेताओं पर एक ट्रेन में आग लगाने का आरोप लगा है।
बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने बताया कि हम चाहते हैं कि हमारे आम चुनावों को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जाए। बांग्लादेश संयुक्त राष्ट्र का सदस्य है और उसने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी किए हैं।
प्रधानमंत्री हसीना की सत्तारूढ़ आवामी लीग के लगातार चौथी बार चुनाव जीतने की उम्मीद है, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया (78) की पार्टी ने चुनाव का बहिष्कार किया है। खालिदा भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद घर में नजरबंद हैं। हसीना (76) ने इस सप्ताह राष्ट्रीय टेलीविजन पर दिए संबोधन में लोकतंत्र समर्थक और कानून का पालन करने वाले दलों से ऐसे विचारों को हवा न देने का अनुरोध किया था, जो देश की संवैधानिक प्रक्रिया में ‘बाधा'डालते हों।
बीएनपी ने शनिवार से 48 घंटे की देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। बीएनपी ने चुनाव का बहिष्कार करते हुए छह जनवरी को सुबह छह बजे से आठ जनवरी सुबह छह बजे तक 48 घंटे की देशव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया। पार्टी का दावा है कि मौजूदा सरकार के रहते कोई भी चुनाव निष्पक्ष और विश्वसनीय नहीं होगा।
बांग्लादेश की सड़कों पर आज वाहनों की संख्या अन्य दिनों के मुकाबले कम है, लेकिन आगजनी के डर के बावजूद सार्वजनिक वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। प्राधिकारियों ने मतदान के दौरान शांति व व्यवस्था बनाए रखने के लिए ‘नागरिक प्रशासन की मदद' के वास्ते दो दिन पहले देशभर में सैन्य टुकड़ियों को तैनात किया है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद अज्ञात लोगों ने 64 प्रशासनिक जिलों में चार में खाली पड़े मतदान केंद्रों में आगजनी की, जबकि एक अन्य जिले में बीएनपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई।
चुनाव लड़ रहे 27 दलों में विपक्षी जातीय पार्टी भी शामिल है। बाकी सत्तारूढ़ आवामी लीग की अगुवाई वाले गठबंधन के सदस्य हैं। इस बीच चुनावों के मद्देनजर हसीना सरकार ने हजारों विरोधी नेताओं और समर्थकों को गिरफ्तार किया है। मानवाधिकार समूहों ने इस कदम की निंदा कर इसे विपक्ष को पंगु करने का प्रयास बताया।
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि आवामी लीग सत्ता में आने पर देश के लोगों का आर्थिक और सामाजिक विकास सुनिश्चित करेगी। शेख हसीना 2009 से सत्ता में हैं और उन्होंने आखिरी चुनाव दिसंबर 2019 में जीता था, जिसमें जानलेवा हिंसा हुई थी और चुनाव में धांधली के आरोप लगे थे। बीएनपी ने 2014 में भी चुनाव का बहिष्कार किया था, लेकिन 2019 के चुनाव में हिस्सा लिया था, जिसे पार्टी नेताओं ने एक गलती बताया था और चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया था।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शुक्रवार को हुए एक ट्रेन अग्निकांड की साजिश रचने और उसके वास्ते धन का प्रबंध करने को लेकर पुलिस ने शनिवार को विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के एक बड़े नेता समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया। चुनाव से पहले हुई इस घटना में चार लोगों की जान चली गयी।