ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

बगदाद: इराक में नई कैबिनेट का गठन न होने से नाराज शिया प्रदर्शनकारी ने शनिवार को संसद भवन में घुस कर जमकर तोड़फोड़ और लूटपाट की। वहीं, सरकार के खिलाफ बढ़ते विरोध-प्रदर्शन के चलते बगदाद में आपातकाल लगा दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिया मौलवी मुक्तादा अल सद्र के सैकड़ों समर्थकों ने संसद के ग्रीन जोन पर लगे गेट को तोड़ दिया और अंदर घुस कर भवन के कई हिस्से में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार नई कैबिनेट को लेकर किसी नतीजे तक पहुंचने में नाकाम रही। ग्रीन जोन में संसद, राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री का कार्यालय होने के साथ ही अमेरिकी और कई अन्य देशों के दूतावास हैं। शिया नेता सद्र चाहते हैं कि प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी अपने मौजूदा मंत्रियों को हटाकर उनकी जगह निष्पक्ष, किसी भी गुट से संबंध न रखने वाले तकनीकविद् लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल करें। मगर इराक की ताकतवर राजनीतिक पार्टियां इस प्रस्ताव का विरोध कर रही हैं। संसद में शनिवार को जब इस प्रस्ताव पर आम सहमति नहीं बनी तो शिया प्रदर्शनकारी संसद के अंदर घुस आए। वहीं, सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार और आतंकी संगठन आईएस से संबंध का भी आरोप है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संसद से भाग रहे सांसदों को प्रदर्शनकारियों ने रोक के लिया संसद भवन का दरवाज भी बंद कर दिया था, और उनके विरोध में जमकर नारेबाजी की। एक प्रदर्शनकारी चिल्ला रहा था,'आप यहां नहीं रहने जा रहे हैं। ग्रीन जोन में यह आपका अंतिम दिन है।' हालांकि, इस विरोध प्रदर्शन मे किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इराक में शिया समुदाय के लोग आतंकी संगठन आईएस के निशाने पर है। क्योंकि आईएस शिया समुदाय को विधर्मी मानता है। शिया समुदाय का आरोप है कि प्रधानमंत्री हैदर अल अबादी के कुछ मंत्री का आईएस से संबंध है। इस कारण आईएस देश के कई हिस्सों पर कब्जा किया हुआ है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख