बाद एबलिंग: दक्षिण जर्मनी में दो यात्री ट्रेनों के बीच मंगलवार सुबह हुई आमने-सामने की टक्कर में कम से कम नौ व्यक्तियों की मौत हो गई। जबकि 150 अन्य घायल हो गए। कुछ घायलों को क्षतिग्रस्त ट्रेन के कोच को काटकर बाहर निकाला गया और नदी पार कराकर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए एंबुलेंस तक पहुंचाया गया। पुलिस प्रवक्ता स्तेफन सोनताग ने बताया कि दो क्षेत्रीय ट्रेनें बवारिया प्रांत में बाद एबलिंग के पास एक एकल ट्रैक मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। इस टक्कर में कई कोच पलट गए। उन्होंने बताया कि घायलों में से 50 को गंभीर चोटें लगी हैं। कुछ घायलों तक पहुंचने में कई घंटे का समय लगा। अधिकारी दोपहर तक ट्रेन से शवों को निकालने के लिए काम कर रहे थे।
संघीय पुलिस प्रवक्ता रेनर स्कार्फ ने घटनास्थल से कहा, ‘एक बार यह काम पूरा हो जाने पर जांचकर्ता अपना काम शुरू कर सकते हैं।’ संवाद समिति डीपीए ने बताया कि इस रेल लाइन का इस्तेमाल उन यात्रियों द्वारा किया जाता है जो म्युनिख काम करने के लिए जाते हैं। ये यात्री आमतौर पर अपने बच्चों को स्कूल भी ले जाते हैं लेकिन फिलहाल स्कूलों में छुटिट्यां हैं। अभी यह पता नहीं चला है कि दुर्घटना के समय ट्रेनों की गति क्या थी लेकिन जर्मन रेल आपरेटर ड्यूचे बान ने बताया कि इस लाइन पर ट्रेनों को 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से चलने की इजाजत होती है। ये ट्रेन दुर्घटना म्युनिख से करीब 60 किलोमीटर दक्षिण पूर्व एक दूरदराज के क्षेत्र में हुई जहां एक ओर जंगल और दूसरी ओर नदी है। बचावकर्मी घायल यात्रियों को नदी के दूसरी ओर एंबुलेंसों में पहुंचाने के लिए हेलीकाप्टर एवं छोटी नौकाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि घायलों को दक्षिण बवारिया के पास अस्पतालों में ले जाया जा रहा है। जर्मनी और पड़ोसी आस्ट्रिया से सैकड़ों आपातकर्मी मौके पर पहुंचे हैं। ये सभी लोग क्षतिग्रस्त बोगियों से यात्रियों को निकालने में मदद कर रहे हैं। सोनताग ने कहा, ‘यह इस क्षेत्र में हाल के वषरें में हुई सबसे बड़ी दुर्घटना है। मौके पर कई चिकित्सक, एंबुलेंस और हेलीकाप्टर हैं।’’ ट्रेन आपरेटर बेयरिशे ओबरलैंदबान्ह ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा कि मेरिडियन लाइन से दोनों ट्रेनें दोनों आंशिक रूप से पटरी से उतर गई। पुलिस ने कहा कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि किस कारण से दुर्घटना हुई। संघीय परिवहन मंत्री अलेक्जेंडर दोबरिंत ने दुर्घटनास्थल से कहा कि वह मृतकों एवं घायलों के परिवारजनों के लिए प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें यह पता लगाना होगा कि दुर्घटना किस कारण से हुई। यह पता लगना चाहिए कि दुर्घटना प्रौद्योगिकी के चलते हुई या मनुष्य की गलती से।’’ बेयरिशे ओबरलैंदबान्ह ने कहा कि उसने एक हाटलाइन शुरू की है जिससे यात्रियों के परिवार वालों को अपने परिजनों के बारे में जानकारी लेने में सुविधा हो सके।’