ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

गुवाहाटी: असम की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में नया गठबंधन बनाया है। अब भाजपा कट्टरपंथी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) और गण शक्ति पार्टी (जीएसपी) के साथ मिलकर बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद (बीटीसी) पर राज करेगी। हाल ही में हुए बीटीसी चुनाव में यूपीपीएल को 12, भाजपा को 9 और जीएसपी को एक सीट मिली है। 40 सीटों पर 7 और 10 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। कल उसके नतीजे आए थे।

राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि भाजपा, यूपीपीएल और जीएसपी नए पार्टनर होंगे और सभी मिलकर बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद में गठबंधन सरकार बनाएंगे। उन्होंने कहा, छात्र नेता से नेता बने प्रमोद बोरो बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद के प्रमुख होंगे।

पिछले 17 साल से बीटीसी पर शासन करने वाली बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) बहुमत के लिए जरूरी 21 सीटें जीतने में नाकाम रही है। उसे सिर्फ 17 सीटों पर जीत मिली है। आतंकवादी से राजनेता बने हाग्रामा मोहिलरी के नेतृत्व वाला संगठन इस चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरा है।

पिछले चुनाव में बीपीएफ और भाजपा के बीच गठबंधन था। इस बार भाजपा ने न केवल एकला चलो की नीति अपनाई बल्कि पूर्व सहयोगी बीपीएफ को कड़ी टक्कर भी दी। इससे पहले, असम भाजपा ने संकेत दिया था कि वह बीपीएफ के साथ 2021 के असम चुनावों में गठबंधन जारी रखना पसंद नहीं करेगी, जो केवल छह महीने दूर है।

कट्टरपंथी पार्टी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) 12 सीटों के साथ इस चुनाव में संभावित किंगमेकर के रूप में उभरी है। इसका नेतृत्व छात्र-नेता से नेता बने प्रमोद बोरो ने किया है, जो बोडो शांति समझौते के प्रमुख हस्ताक्षरकर्ता हैं। इस बीच, विपक्षी कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाले ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के गठबंधन ने इस बार खराब प्रदर्शन किया है। उसे सिर्फ एक सीट मिली है।

 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख