लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) आने वाले समय में अपना राजनीतिक स्टाइल बदलती नज़र आएगी। पीडीए में शामिल जातियों के महापुरुषों पर फोकस करने के साथ वह अंबेडकर और संविधान के मुद्दे को बनाए रखना चाहेगी। पार्टी अपनी इस रणनीति को जल्द ही अमलीजामा पहनाएगी।
सपा का पीडीए चर्चा अभियान कल से
समाजवादी पार्टी पीडीए में शामिल प्रत्येक जाति के महापुरुषों की जयंती और पुण्यतिथि पर विधानसभावार कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इसके लिए विशेष योजना तैयार की गई है। पार्टी ने सभी जिला व शहर कमेटियों को इस बारे में जरूरी निर्देश दे दिए हैं। इसी तरह से कश्यप और पासी समेत सभी जातियों के महापुरुषों के बारे में लिखित सामग्री एकत्र की जा रही है।
सपा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 26 दिसंबर से सेक्टरवार पीडीए चर्चा का आयोजन करेगी। इसमें संविधान को बचाने की शपथ दिलाई जाएगी और डॉ. भीमराव आंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
यह अभियान गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले 25 जनवरी तक चलेगा। पीडीए चर्चा के कार्यक्रम में पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी और फ्रंटल संगठनों के सभी पदाधिकारी सक्रिय रूप से शामिल होंगे। इन पीडीए चर्चा कार्यक्रमों में मतदाताओं को जागरूक किया जाएगा। सामाजिक न्याय, आरक्षण, बेरोजगारी, महंगाई, जातीय जनगणना और स्थानीय मुद्दों पर चर्चा होगी। पीडीए समाज को अधिकार और भागीदारी से अवगत कराकर उन्हें एकजुट किया जाएगा।
बाबा साहब के संविधान को बदलना चाहता है संघ परिवार: अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी संगठनों (संघ परिवार) की मंशा बाबा साहब के संविधान को बदलने की है। भाजपा जितना ताकतवर होगी, संविधान पर उतना बड़ा हमला करेगी। देश की एकता, अखंडता, भाईचारे, सामाजिक न्याय और खुशहाली के लिए बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के बताए रास्ते पर चलना होगा। वे पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने संविधान बनाकर गरीबों, वंचितों, पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों आदिवासियों और महिलाओं को अधिकार और सम्मान दिलाया। उनका संविधान पीडीए की ताकत और संजीवनी है। सपा बाबा साहब के संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि सपा लोकतंत्र पर होने वाले हर हमले का मुकाबला करेगी। सपा देश की इकलौती पार्टी है, जिसके नाम में वही समाजवाद है, जो हमारे संविधान की प्रस्तावना में है। भाजपा सरकार का रवैया तानाशाही है। किसान अपनी मांगों को लेकर धरना और आमरण अनशन पर बैठे हैं, लेकिन इस सरकार को किसानों की पीड़ा नहीं दिख रही है।
उन्होंने कहा कि नौजवान नौकरी और रोजगार के लिए परेशान हैं। भाजपा सरकार के इशारे पर अधिकारी निर्दोषों को फर्जी मामलों में फंसाते हैं। समाजवादियों को बदनाम करने के लिए भाजपा झूठे आरोप गढ़ती है। भाजपा की साजिश से लोगों को सावधान करना है। वर्ष 2027 में सरकार बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को दिन-रात एक करके काम करना है।