पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर धरना पर बैठे अभ्यर्थियों पर बल प्रयोग करते हुए उन पर लाठियां बरसाईं गई। दरअसल बुधवार को छात्र बीपीएससी कार्यालय घेराव करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। आरोप है कि जब वे नहीं रुके तो पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
छात्रों की मांग थी कि परीक्षा को लेकर जो समस्याएं उत्पन्न हुई हैं, उनका समाधान किया जाए। छात्र पीटी परीक्षा को रद्द कराने की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर छात्र बीपीएससी कार्यालय पहुंचे थे। छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें दौड़ा-दौड़कर पीटा। इस लाठीचार्ज में कई छात्र घायल हो गए हैं।
छात्रों पर बिहार पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा कि बेरोजगार युवाओं पर बिहार सरकार पुलिस भेजकर लाठी चलवा रही है। पूरे देश में ही ऐसा हो रहा है, देश के युवा नौकरी और रोजगार के लिए लाठी खाने को मजबूर हैं।
पार्टी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लाठी चार्जी की एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'बिहार में बीपीएससी परीक्षा में धांधली के खिलाफ बेरोजगार युवा कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। आज बिहार सरकार ने पुलिस भेजकर युवाओं पर लाठी चलवाई। वीडियो में दिख रहा है कि युवा हाथ जोड़ रहे हैं, दया की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन बिहार की बेरहम पुलिस सरकार के आदेशों का पालन करती रही। ये हालात सिर्फ बिहार के युवाओं के नहीं है, आज पूरे देश में युवा नौकरी और रोजगार के लिए लाठी खाने को मजबूर हैं।'
दरअसल, 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी, जिसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था।
बीपीएससी ने दावा किया कि ऐसी अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्व थे। हालांकि, बीपीएससी ने बापू परीक्षा परिसर में परीक्षा देने वाले 5,000 से अधिक उम्मीदवारों के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है। छात्र परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हुए हैं। इसके बाद छात्र बुधवार को बीपीएससी कार्यालय पहुंचे।
वहीं, बीपीएससी ने साफ कर दिया है कि अन्य केंद्रों में परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी। बीपीएससी परीक्षा को लेकर सियासत भी गर्म है। विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है। इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी धरनास्थल पहुंचकर धरने पर बैठे छात्रों का समर्थन कर चुके हैं। पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर बिहार बंद की भी घोषणा की है।