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सैन फ्रांसिस्को: विश्व प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन को गुरुवार को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। प्रसिद्ध तालवादक ए. शिवमणि और अन्य कलाकारों ने कुछ दूरी पर खड़े होकर महान तबला वादक को संगीतमय विदाई दी। दुनिया के सबसे बेहतरीन तबला वादकों में से एक हुसैन का फेफड़ों की बीमारी ‘इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस’ से उत्पन्न जटिलताओं के कारण सोमवार को सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 73 वर्ष के थे।

उन्हें गुरुवार को सैन फ्रांसिस्को के फर्नवुड कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। जाकिर हुसैन के अंतिम संस्कार में उनके सैकड़ों प्रशंसक उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए। शिवमणि और कई अन्य संगीतकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए थोड़ी दूरी खड़े होकर ड्रम बजाया। सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूत डॉ. के. श्रीकर रेड्डी ने भी हुसैन को श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि रविवार को भी जाकिर हुसैन के निधन की खबर फैल गई थी।

हालांकि भतीजे अमीर औलिया ने एक्स पर एक पोस्ट करके ज़ाकिर हुसैन की मौत की ख़बर को गलत बताया है और कहा कि क्या आप कृपया इस गलत सूचना को हटा सकते हैं? भतीजे अमीर औलिया की पोस्ट के मुताबिक उनकी (ज़ाकिर हुसैन) हालत गंभीर है और हम दुनिया भर में उनके सभी प्रशंसकों से उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करने को कहते हैं। हालांकि उन्होंने जाकिर हुसैन की हालत नाजुक बताई थी।

वहीं सोमवार सुबह परिवार ने जाकिर हुसैन के निधन की पुष्टि कर दी है। परिवार ने जाकिर की मौत की पुष्टि करते हुए ऑफिशियल स्टेटमेंट भी जारी की है। जाकिर हुसैन की मौत से उनके फैंस में शोक की लहर दौड़ गई है।

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