गोरखपुर: नोटबंदी के बाद एक ओर जहां आमलोग पैसे पैसे के लिए मोहताज हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भाजपा के नाम पर करीब ढाई सौ बाइक खरीदी गई है। गोरखपुर में 248 बाइक मिली है, जिस पर बीजेपी का स्टिकर लगा है। अब इस मामले में सवाल उठने शुरू हो गए हैं। बताया जा रहा है कि ये 248 बाइक भाजपा के नाम पर खरीदी गई है। सूत्रों के अनुसार, बाइक खरीदने का उद्देश्य चुनाव प्रचार में इसे शामिल करना है। सभी बाइक पर भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का स्टिकर लगा है। ये बाइक गोरखपुर के एक गांव जंगल सिकरी में एक जगह पर रखी गई है। इन बाइकों के साथ भाजपा की प्रचार सामग्री भी रखी है। सभी गाड़ियां सफ़ेद कलर की हैं, साथ ही उनकी पेट्रोल टंकी पर कमल के फूल का निशान है। सूत्रों के अनुसार, सूत्रों की मानें तो इन बाइक का इस्तेमाल आगामी विधानसभा चुनाव में किया जाना है। 248 में से 196 बाइक का रजिस्ट्रेशन भाजपा आफिस के पते पर है। गोरखपुर में भाजपा के बेनीगंज स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के पते पर इसका रजिस्ट्रेशन करवाया गया है। सभी बाइक की कुल कीमत एक करोड़ 11 लाख रुपये है। कहा ये भी जा रहा है कि नोटबंदी से पहले 248 बाइकें खरीदी गई। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर क्षेत्र के जंगल चंवरी में भाजपा के स्टीकर लगी टीवीएस कंपनी की 248 बाइक खड़ी हैं, जिस बारे में भाजपा नेताओं से पूछे जाने पर उन्होंने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है।
बेनीगंज भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र दत्त शुक्ल ने कहा है कि, उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। कमल का स्टिकर लगे 248 बाइक को लेकर बीजेपी अपना पल्ला झाड़ रही है। गोरखपुर बाइक विवाद पर बीजेपी ने सफाई देते हुए कहा कि पार्टी फंड से चेक के जरिये ये बाइक खरीदी गई।