लखनऊ /बहराइच: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों पर नोटबंदी के मामले पर सच को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि ये लोग किसी भी सूरत में ईमानदारी के रास्ते पर नहीं आना चाहते, लेकिन ईमानदारों के आशीर्वाद से वह इस जंग को जरूर जीतेंगे। खराब मौसम की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के बहराइच में परिवर्तन रैली को संबोधित नहीं कर पाए। उन्होंने हालांकि लखनऊ से ही मोबाइल फोन से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश ईमानदारी के रास्ते पर चलने के लिए तकलीफ सहन कर रहा है। अब बेईमानों की खैर नहीं है। प्रधानमंत्री ने लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लाउंज से मोबाइल फोन से जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा, 'विपक्षी दल हमें सरकार की बात बताने से रोक रहे हैं. हम उनसे संसद में कहते हैं कि आओ चर्चा करें, लेकिन योजनाबद्ध तरीके से आसन के सामने आने और शोर मचाने का काम हो रहा है। एक तरह से सत्य को दबाने की कोशिश की जा रही है। पीएम मोदी ने कहा, हम ईमानदारी के लिए लड़ रहे हैं लेकिन ये लोग किसी भी हालत में ईमानदारी के रास्ते पर नहीं आना चाहते। यह पहला मौका है जब सपा और बसपा वाले एक ही भाषा बोल रहे हैं। पहली बार काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ हम जो लड़ाई लड़ रहे हैं, उसके खिलाफ सपा और बसपा एक सुर में बोल रहे हैं। इन दोनों दलों को नोटबंदी से कठिनाई हुई है।
यूपी की जनता इस बात को भली भांति जानती है, इसलिए मैं ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। उन्होंने कहा, 'खराब मौसम की वजह से मेरा हेलीकॉप्टर नहीं उतर सका। मैं विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय जनता पार्टी आपके सपनों को पूरा करके रहेगी। अगर आप उत्तर प्रदेश में विकास चाहते हैं तो सपा और बसपा को उखाड़ फेंकना होगा। मुझे विश्वास है कि ईमानदारी की लड़ाई जीतेगा और देश इस रास्ते पर आगे बढ़ेगा। बेईमानों की अब खैर नहीं।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'जिनको जनता ने नकार दिया, वह ज्यादा बोल रहे हैं। हम कहते हैं आओ विस्तार से चर्चा करें, लेकिन नोटबंदी पर विरोधी एकजुट हो गए हैं। संसद में चर्चा के बजाय कार्यवाही में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं।' पीएम मोदी ने कहा, 'नोटबंदी से भ्रष्टाचारियों को ज्यादा परेशानी हो रही है। बड़े-बड़े लोग कानून के शिकंजे में रोज आ रहे हैं।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम कालेधन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार लगातार बेईमानों के पीछे पड़ी है। यह सरकार गरीबों की है और गरीबों के लिए है।'