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रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं हैं। वे गांधी की विचारधारा को नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा कि जिस दिन भाजपा और आरएसएस के लोग 'गोडसे मुर्दाबाद' के नारे लगाएंगे, उस दिन मैं मानूंगा कि वे गांधी का कितना सम्मान करते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 'भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के लोगों से इतना कहना चाहता हूं कि वो गोडसे को किस दिन मुर्दाबाद कहेंगे। जिस दिन इन लोगों ने गोडसे को मुर्दाबाद कह दिया, उस दिन मैं मानूंगा कि वो गांधी का कितना सम्मान करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आरएसएस और भाजपा के लोगों से कहता हूं कि वो सड़क और चौक-चौराहों पर खड़े हो, साथ मैं मोहन भागवत भी खड़े हो और गोडसे मुर्दाबाद या गांधी के हत्यारे मुर्दाबाद का नारा लगाएं तब मानूंगा कि वो गांधी से कितना प्रेम करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा, आरएसएस और विश्वहिंदू परिषद के नेताओं के घर में लगी गोडसे की तस्वीर और मूर्ति पर जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्रवाई कर लेंगे। उस दिन मैं मान लूंगा कि नरेंद्र मोदी जी सच्चे गांधीवादी हो चुके हैं।

 

गांधी जयंती को लेकर राज्य में कई कार्यक्रम किए जाएंगे

सीएम ने बताया कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती यादगार तरीके से मनाने के लिए पूरे राज्य में विशेष आयोजन होंगे और इस दौरान विधानसभा का विशेष सत्र, पदयात्रा तथा चार बड़ी योजनाओं का शुभारंभ होगा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को खास और यादगार बनाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में विशेष आयोजन किए जा रहे हैं और ये आयोजन दो अक्तूबर, 2019 से शुरु होकर दो अक्तूबर, 2020 तक होंगे।

अधिकारियों ने बताया कि महात्मा गांधी जी के जन्म दिवस दो अक्तूबर से छत्तीसगढ़ विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आहूत कर गांधी जी के व्यक्तित्व, कृतित्व और देश की आजादी में उनके योगदान को याद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वहीं गांधी जी की छत्तीसगढ़ यात्रा सहित देश की आजादी के लिए किए गए आन्दोलन और जनजागरण के कार्यो की स्मृतियों पर आधारित प्रदर्शनी छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में लगाई जाएगी।

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