तिरुवन्नमल्लई (तमिलनाडु): स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव को शनिवार को तमिलनाडु पुलिस ने यहां उस समय हिरासत में ले लिया जब वह सलेम-चेन्नई एक्सप्रेसवे का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में वहां जा रहे थे। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यादव और कुछ अन्य को जिले के चेंगम में हिरासत में लिया गया। हालांकि पुलिस ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी। स्वराज अभियान के नेता ने ट्वीट करके बताया कि उनके साथ हाथापाई भी की गई और जबरन एक पुलिस वैन में बिठा दिया गया।
उन्होंने बताया, हम यहां 'मूवमेंट अंगेस्ट 8 लेन वे' के निमंत्रण पर आए थे। हमें किसानों से मिलने से रोका गया, हमारे फोन छीन लिए गए, हाथापाई की गई और पुलिस वैन में धकेल कर बिठा दिया गया। यादव ने कहा कि वह यहां अधिग्रहण के संबंध में तथ्य जुटाने आए थे लेकिन उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में बताया कि उन्हें एक मैरिज हॉल में कई अन्य लोगों के साथ रखा गया है। सलेम और चेन्नई को जोड़ने के लिए 10,000 करोड़ रुपये के लागत से बनने वाले आठ लेन के एक्सप्रेस वे का विरोध यहां के किसान और जमीन मालिक कर रहे हैं जो अपनी जमीन से अलग नहीं होना चाहते हैं।
द्रमुक नेता एम के स्टालिन ने 'मनमाने तरीके से हिरासत में लिए जाने की आलोचना की है। स्टालिन ने लिखा कि 'असहिष्णु अन्नाद्रमुक को लोगों के विरोध जताने के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन करने का मूल्य जरूर अदा करना पड़ेगा।