ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

चेन्नई: अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ताओं ने आज (बुधवार) पार्टी की निष्कासित सांसद शशिकला पुष्पा के पति पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया। उन पर आरोप लगाया गया कि नया महासचिव चुनने के लिए पार्टी की आम परिषद की गुरुवार को होने वाली बैठक से पहले वह कानून व्यवस्था की समस्या पैदा करने की कोशिश कर रहे थे। शुरूआती खबरों में बताया गया कि जिस व्यक्ति पर हमला किए जाने के बाद उसके शरीर से काफी खून निकल रहा था वह पुष्पा का वकील है लेकिन बाद में स्पष्ट किया गया कि वह पुष्पा के पति लिंगेश्वर थिलागन हैं। उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि कोई और व्यक्ति घायल नहीं हुआ है। अन्नाद्रमुक समर्थकों ने थिलागन पर मुक्के से प्रहार किया। इससे उनके नाक से खून बहने लगा। थिलागन को वहां से जाने को कहा गया था लेकिन वह तब भी वहां रूके हुए थे। उन्हें पुलिस ने बचाया और प्राथमिक उपचार के लिए उन्हें वहां से हटाया। वहीं क्रुद्ध पुरुष और महिलाओं को उन्हें गाली देते हुए देखा गया। अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता इस बात की सूचना मिलने के बाद ही पार्टी मुख्यालय पर जमा होने लगे कि आम परिषद की होने वाली बैठक से पहले संभवत: निमंत्रण हासिल करने के लिए पुष्पा वहां आ सकती हैं। पुष्पा को इससे पहले जयललिता ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया था। यह महसूस किया गया कि वह शीर्ष पद के लिए चुनाव लड़ने का प्रयास भी कर सकती हैं।

पुष्पा कथित तौर पर नया महासचिव नियुक्त किए जाने के लिए शशिकला की योग्यता पर सवाल खड़े कर रही थीं। यह मांग पार्टी कार्यकर्ताओं का एक हिस्सा कर रहा है। पार्टी प्रवक्ता सी आर सरस्वती ने पुष्पा पर आम परिषद की बैठक से पहले कानून व्यवस्था की समस्या पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘शशिकला पुष्पा कल होने वाली आम परिषद की बैठक से पहले कानून व्यवस्था की समस्या पैदा करना चाहती हैं। उन्हें पहले संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने दें क्योंकि अम्मा ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया था।’ उन्होंने आरोप लगाया कि पुष्पा के घायल पति जानबूझकर पार्टी मुख्यालय पर रके रहे जबकि उनसे वहां से जाने को कहा गया था और ऐसा समस्या पैदा करने के लिए किया गया। सरस्वती ने कहा, ‘वह (पुष्पा) अब अन्नाद्रमुक में नहीं हैं। आम परिषद में सिर्फ सदस्यों को अनुमति है और विशेष अतिथियों को भी नहीं आमंत्रित किया जाता।’ हिंसा पर पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता सी पोन्नायन ने कहा, ‘अगर कोई आपके घर में प्रवेश करता है और समस्या पैदा करता है तो इसका परिणाम है---क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।’

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख