चेन्नई: तमिलनाडु के पूर्व मुख्य सचिव राव ने मंगलवार को कहा कि मैं अभी भी तमिलनाडु का मुख्य सचिव हूं क्योंकि मुझे अभी तक तबादले का कोई आदेश नहीं मिला है। पी राम मोहन राव ने अपने घर हुई आयकर विभाग की छापेमारी के बाद सरकार पर जमकर हमला बोला है। राममोहन राव ने यह भी कहा कि आईटी सर्च वारंट में मेरा नाम नहीं है। उन्होंने छापेमारी को बेबुनियाद और खुद के खिलाफ साजिश बताया। पी राम मोहन राव ने कहा कि उनके घर सीआरपीएफ घुसी और जो वारंट मुझे दिखाय उसमें मेरा नाम नहीं था और ना ही उन्होनें मुख्यमंत्री से इजाजत नहीं ली थी, पी राम मोहन राव ने ये भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री जयललिता जीवित होती तो तमिलनाडु के साथ ऐसा कभी नहीं होता। मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए पूर्व सचिव ने कहा है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और उनका जीवन खतरे में है। पी राम मोहन राव ने कहा है कि मेरे मामले में समर्थन देने के लिए मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का शुक्रिया अदा करता हूं। पी राम मोहन राव ने अपने घर पर इनकम टैक्स विभाग की रेड पर सवाल उठाए हैं। राव ने कहा कि उन्हें निशाना बनाया गया है और बंदूक की नोंक पर घर की तलाशी ली गई। उन्होंने जान पर खतरे की आशंका भी जताई। राव ने पत्रकारों को बताया कि मैं घर में बंद था।
यह मुख्य सचिव के दफ्तर पर असंवैधानिक हमला है। मैं अभी भी तमिलनाडु का मुख्य सचिव हूं। गौर हो कि तमिलनाडु के मुख्य पूर्व सचिव पी. राम मोहन राव के घर और दफ्तर पर आयकर विभाग ने 22 दिसंबर को छापा मारा था, छापेमारी के दौरन उनके घर और दफ्तर से 30 लाख रुपए के नए नोट और पांच किलोग्राम सोना जब्त किया गया था। इसके अलावा करीब पांच करोड़ रुपए की अघोषित आय का भी खुलासा हुआ था, जिसके ठीक एक दिन बाद राव को उनके पद से हटा दिया गया था।