चेन्नई: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान का मजाक उड़ाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े लिया। चिदंबरम ने कहा कि मजाक उड़ाने को तो वह भी मोदी का मजाक उड़ा सकते हैं, लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे और बेहतर होगा कि मोदी पूछे गए सवालों के जवाब दें। चिदंबरम ने कहा, ‘वह (राहुल) कह रहे हैं कि मेरा मजाक उड़ाइए, लेकिन लोगों के सवालों के जवाब दीजिए, सवाल के जवाब देना प्रधानमंत्री की ड्यूटी है लेकिन वह (राहुल का) मजाक उड़ा रहे हैं और अभिनय कर रहे हैं।’ पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा, ‘मैं भी प्रधानमंत्री की तरह बोल सकता हूं और मजाक उड़ा सकता हूं लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा क्योंकि वह भारत के प्रधानमंत्री हैं।’ चिदंबरम ने यह भी याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कबूल किया था कि आपातकाल लागू करना एक भूल थी। उन्होंने कहा कि मोदी को इसी तरह कबूल कर लेना चाहिए कि नोटबंदी एक ‘त्रुटिपूर्ण’ फैसला था, जिससे लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। नोटबंदी पर भाजपा सरकार और मोदी को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी एक ऐसा कदम है जिससे 45 करोड़ लोग भिखारियों जैसे बन गए और मध्यम वर्ग भी 45 दिन से परेशान है।’
एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यहां कहा कि इससे कोई इनकार नहीं कर सकता कि नोटबंदी के कारण पैदा हुई परेशानियां और छह महीने कायम रहेंगी।