चेन्नई: तमिलनाडु कैबिनेट ने शनिवार को फैसला किया कि वह पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक की दिवंगत सुप्रीमो जयललिता के नाम की सिफारिश ‘भारत रत्न’ सम्मान के लिए करेगी। ‘भारत रत्न’ देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। जयललिता के निधन के बाद मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम की अध्यक्षता में हुई पहली बैठक में कैबिनेट ने संसद परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की सिफारिश केंद्र सरकार से करने का फैसला भी किया। आज की बैठक का ब्योरा देते हुए एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘केंद्र से यह सिफारिश करने के लिए कैबिनेट में एक प्रस्ताव स्वीकार किया गया कि माननीय मुख्यमंत्री जे जयललिता को ‘भारत रत्न’ अवॉर्ड दिया जाए।’ मंत्रिपरिषद ने केंद्र से यह अपील करने का भी फैसला किया कि संसद परिसर में जयललिता की एक कांस्य प्रतिमा लगाई जाए। राज्य सरकार ने एमजी रामचंद्रन स्मृति स्थल पर दिवंगत जयललिता के लिए एक स्मृति भवन के निर्माण का भी प्रस्ताव किया। जयललिता का अंतिम संस्कार एमजी रामचंद्रन स्मृति स्थल पर किया गया। बयान के मुताबिक, कैबिनेट ने स्मारक का नाम डॉ. पुरात्ची तलाइवार एमजीआर और पुरात्ची तलाइवी अम्मा सेल्वी जे जयललिता स्मारक रखने का भी फैसला किया। कैबिनेट ने तमिलनाडु विधानसभा परिसर में भी जयललिता की एक प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम की डेस्क पर भी दिवंगत जयललिता की छोटी सी प्रतिमा रखी है। कैबिनेट ने जयललिता के निधन पर शोक व्यक्त करने वाला एक प्रस्ताव भी पारित किया।