चेन्नई: द्रमुक ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने के बाद से अब तक के प्रथम संदेश पर आज (सोमवार) संदेह व्यक्त किया। इस संदेश में उन्होंने ‘नयी जिंदगी’ मिलने की बात कही थी। द्रमुक के कोषाध्यक्ष और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता एमके स्टालिन ने कहा कि क्या यह बयान वास्तव में उन्होंने (जयललिता) ही दिया है, क्योंकि इसमें केन्द्र द्वारा विमुद्रीकरण के बाद ‘लोगों को हो रही परेशानी’ का कोई जिक्र नहीं था। उन्होंने कहा कि यदि जयललिता बीमारी से उबर गई हैं, जैसा कि खुद उन्होंने कल कहा, तो ‘‘ हमें खुशी है।’’ हालांकि, ‘‘ यह खेदजनक है कि उनके बयान में लोगों को हो रही परेशानियों का कोई जिक्र नहीं था। अत: हमें संदेह लगता है कि क्या उन्होंने (जयललिता) खुद यह बयान जारी किया है या पर्दे के पीछे किसी ने यह बयान जारी किया है।’’