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हैदराबाद: हैदराबाद के निकट एक होस्टल में कुछ छात्रों ने वहीं रहने वाले कानून के एक अन्य छात्र को पीटा, और कथित रूप से धार्मिक नारे लगाने के लिए मजबूर किया। इस घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि हैदराबाद स्थित आईसीएफएआई फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन में तीसरे वर्ष के विद्यार्थी हिमांक बंसल को थप्पड़ मारे गए, लातों से पीटा गया और उसके हाथ भी मरोड़े गए। वीडियो में दिख रहा है कि आरोप उसे पीट रहे हैं, और उसे 'जय माता दी' और 'अल्लाह-ओ-अकबर' के नारे लगाते सुना जा सकता है।

एक आरोपी कहता है, "हम इसकी सोच को ठीक करना चाहते हैं... हम इसे पीट-पीटकर कोमा में ले जाएंगे और इसे नई दुनिया याद आ जाएगी..." इसी दौरान एक अन्य आरोपी हिमांक बंसल का बटुआ छीन लेता है और एक अन्य छात्र से कहता है, "जितना पैसा चाहिए, निकाल लो।" इस मामले में कुल 12 छात्रों पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया गया है, जिनमें से आठ को हिरासत में लिया जा चुका है। बाकी चारों फिलहाल भाग चुके हैं। सभी को बिज़नेस स्कूल से निलंबित कर दिया गया है।

घटना 1 नवंबर की है, और उससे पहले हिमांक बंसल ने सोशल मीडिया पर पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणियां की थीं। पुलिस का कहना है कि हिमांक की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। हिमांक की शिकायत के मुताबिक उस पर शारीरिक और यौन हमला किया गया।

अपनी शिकायत में हिमांक बंसल ने आरोप लगाया है कि छात्रों ने उसे पतलून नहीं उतारने की स्थिति में पीट-पीटकर जान से मार डालने की धमकी दी थी।

हिमांक ने घटना के बारे में ट्वीट भी किया, जिसमें उसने तेलंगाना के मंत्री के.टी. रामाराव तथा साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर को टैग भी किया है।

बिज़नेस स्कूल ने एक बयान में कहा कि "इस तरह की अवांछित घटनाओं के लिए स्कूल में ज़ीरो टॉलरेन्स लागू है..." संस्थान ने कहा, "तत्परता से कार्रवाई की गई और घटना में शामिल सभी 12 विद्यार्थियों को निलंबित कर देने का फैसला किया गया।"
       
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने घटना की विस्तृत जांच की मांग की है तथा के.सी. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली तेलंगाना सरकार को तत्काल कार्रवाी नहीं करने के लिए लताड़ा। भाजपा नेता रचना रेड्डी ने मीडिया से कहा, "यह धर्म के बारे में नहीं है... दरअसल, यह छद्म धर्म निरपेक्षता है, जहां ऐसी घटनाएं भी नज़रअंदाज़ हो जाया करती है।"

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