मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। चौथे आरोपी की भी पहचान हो गई है। तीन शूटर के अलावा उन्हें निर्देश देने वाले संदिग्ध की पहचान की गई है। मुंबई पुलिस ने बताया कि चौथे आरोपी का नाम मोहम्मद जीशान अख्तर है।
मुंबई पुलिस बाबा सिद्दीकी की हत्या की विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है। जिसमें सुपारी लेकर हत्या, कारोबारी प्रतिद्वंद्विता या एक बस्ती की पुनर्वास परियोजना को लेकर मिली धमकी के पहलू भी शामिल हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विधानसभा में तीन बार बांद्रा (पश्चिम) सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके एनसीपी के नेता सिद्दीकी की हत्या एक पूर्व नियोजित साजिश के तहत किये जाने का संदेह है।
बाबा सिद्दीकी को मुंबई में बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर शनिवार (12 अक्टूबर) रात को तीन लोगों ने गोली मार दी थी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया था जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने दो कथित हमलावरों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) के रूप में की गयी है।
एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि एनसीपी नेता सिद्दीकी का शव पोस्टमार्टम के लिए रविवार (13 अक्टूबर) सुबह करीब छह बजे लीलावती अस्पताल से कूपर अस्पताल ले जाया गया। मुंबई के लीलावती अस्पताल के एक डॉक्टर के मुताबिक बाबा सिद्दीकी की मौत संभवतः अस्पताल में भर्ती कराए जाने से पहले ही हो गयी थी।
उन्होंने बताया कि सिद्दीकी को शनिवार रात गोली लगने के बाद जब लीलावती अस्पताल लाया गया, तब वह बेहोश थे। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की करीब दो घंटे तक कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे।
बाबा सिद्दीकी इसी साल एनसीपी में हुए थे शामिल
छात्र जीवन से ही कांग्रेस का सदस्य रहे बाबा सिद्दीकी इस साल फरवरी में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए थे। उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त थी। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (66) बॉलीवुड सितारों के बीच काफी लोकप्रिय थे और कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने पीड़ितों की अलग-अलग सेवाएं करके काफी तारीफ बटोरी थी।