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जयपुर (जनादेश ब्यूरो): संसद सुरक्षा में चूक के ​मुद्दे पर केंद्र सरकार से जबाव मांगने पर संसद के दोनों सदनों से 143 सांसदों को अब तक निलंबित किया गया है। केंद्र सरकार के इस फैसले के विरोध मे इंडिया गठबंधन ने 22 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। लेकिन इस मुद्दे पर राजस्थान विधानसभा में प्रमुख विपक्ष कांग्रेस विधायकों ने 'काली पट्टी' बांधकर अपना मौन विरोध दर्ज किया। विधानसभा की कार्यवाही के बाद आज कांग्रेस विधायक एवं पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने पत्रकार वार्ता की।

सचिन पायलट ने पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि संसद भवन की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर उठाए गए सवालों से घबराकर केंद्र सरकार ने जिस प्रकार विपक्षी सांसदों को सदन से निलंबित किया, वह एक अलोकतांत्रिक कदम है। उन्होंने कहा कि आज हमने काली पट्टी बांध कर, इस तानाशाही फरमान के विरुद्ध विधानसभा में अपना मौन विरोध प्रदर्शित किया है। एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि 22 दिसंबर को सांसदों को निलंबित किए जाने पर विरोध जताते हुए प्रदेश के हर जिले में प्रदर्शन किया जाएगा।

 'इंडिया' गठबंधन की 19 दिसंबर मंगलवार को दिल्ली में हुई बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पत्रकार वार्ता में कहा था कि बैठक मे सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई थी। उन्होंने बतायाा था कि बैठक में तय किया गया कि केंद्र सरकार के इस तानाशाही रवैय के विरोध में संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन 22 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन आयोजित किए जायंगे।

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