जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री को लेकर एक बार हलचल तेज हो गई है। भाजपा आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को दिल्ली बुलाया है। राजे आज रात 10:30 बजे इंडिगो एयरवेज की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना होगीं।
सीएम पद पर चर्चा संभव
गुरुवार कल सुबह वसुंधरा राजे की जेपी नड्डा और अमित शाह से मुलाकात हो सकती है। इस मुलाकात से पहले दो बातें निकलकर सामने आईं हैं। पहली ये कि भाजपा आलाकमान किसी मुख्यमंत्री के चेहरे पर अपनी सहमति बन चुका है। जिसके नाम पर वसुंधरा राजे को भी सहमत करना चाहता है। वहीं, चर्चा ये है कि पार्टी आलाकमान एक बार फिर राजस्थान की सत्ता वसुंधरा राजे के हाथ में सौंपना चाहता है।
दरअसल, ऐसी चर्चा है कि बीजेपी राज्य में इस बार नए चेहरे को मौका दे सकती है। तीन दिसंबर को आए नतीजे के एक दिन बाद ही दो बार मुख्यमंत्री रह चुकीं वसुंधरा राजे ने 25 विधायकों के साथ मुलाकात की। इसे राजे के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा गया।
सांसदों का इस्तीफा
इस बीच बुधवार (6 दिसंबर) को राजस्थान के राजसमंद की सांसद दीया कुमारी, जयपुर के सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा ने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया।
सूत्रों के मुताबिक, अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ भी जल्द ही पद से इस्तीफा देंगे। बीजेपी ने राजस्थान के सात सांसदों को विधानसभा चुनाव टिकट दिया था, इनमें से दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, किरोड़ी लाल मीणा और बालकनाथ ने जीत दर्ज की।
इस्तीफे के बाद दीया कुमारी ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की.।उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा से मुलाकात कर विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की प्रचंड विजय की शुभकामनाएं प्रेषित की।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, राजस्थान के नए मुख्यमंत्री को लेकर बीजेपी में अटकलें हैं कि शीर्ष नेतृत्व किसी एक निवर्तमान सांसद को यह जिम्मेदारी सौंप सकता है।
विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा नहीं की थी और पार्टी ने कांग्रेस को हराकर बड़ी जीत हासिल की। पार्टी ने 41.69 फीसदी वोटों के साथ 199 सीटों में से 115 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं कांग्रेस 69 सीटें जीती है। पार्टी को 39.53 फीसदी वोट मिले। वहीं भारत आदिवासी पार्टी ने तीन, बीएसपी ने दो, आरएलडी ने एक, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने एक और अन्य ने आठ सीटें जीती है।