नई दिल्ली: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सीएम अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके बेटे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष वैभव गहलोत फॉरेन एक्सचेंज रेगुलेटरी एक्ट (फेमा) के उल्लंघन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे हैं। वैभव गहलोत सोमवार सुबह दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में पेश हुए। ईडी के अधिकारियों ने उनसे करीब 9 घंटे की पूछताछ की। वैभव गहलोत को 16 नवंबर को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत से ईडी ने पहले 4 घंटे की पूछताछ की। इसके बाद उन्हें लंच ब्रेक दिया गया। फिर दूसरे राउंड की पूछताछ शुरू हुई, जो करीब 5 घंटे चली। पहले राउंड के पूछताछ के बाद वैभव ने कहा, "कोई विदेशी ट्रांजेक्शन नहीं किया, फेमा का मामला ही नहीं बनता।"
ईडी ने 25 अक्टूबर को वैभव गहलोत को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। वैभव ने पेश होने के लिए 30 अक्टूबर तक का समय मांगा था।
वैभव वकीलों की राय लेने के बाद खुद की कंपनियों से जुड़े दस्तावेज के साथ ईडी के सामने पेश हुए।
मेरे और मेरे परिवार ने कोई विदेशी लेनदेन नहीं किया: वैभव
वैभव गहलोत ने कहा, "मेरे और मेरे परिवार ने कोई विदेशी लेनदेन नहीं किया। फेमा में यह समन ही गलत है। मुझे केवल पूछताछ के लिए पेश होने के लिए डेढ़ दिन का समय दिया गया। मुझे और टाइम मिलना चाहिए था।"
वैभव गहलोत से ईडी की पूछताछ का मुख्य फोकस शैल कंपनियों में पैसा लगाने, मॉरीशस रूट के जरिए पैसा विदेश पहुंचाने और मनी लॉन्ड्रिंग पर है। वैभव की कंपनी पर शैल कंपनी के जरिये 100 करोड़ रुपये मॉरीशस भेजने के आरोप हैं।
बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने लगाए थे आरोप
बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने वैभव गहलोत पर होटल फेयरमोंट में मॉरीशस की शैल कंपनी की ओर से करीब 100 करोड़ के निवेश के आरोप लगाए थे। आरोप था कि गहलोत और उनके परिवार के सदस्यों के पैसे को पहले हवाला के जरिए मॉरीशस पहुंचाया गया। मामले में फेमा के उल्लंघन की जांच करने की मांग की गई थी।
ईडी ने मांगी थी ये जानकारी
ईडी ने वैभव और उनके परिवार के सदस्य जिन कंपनियों में डायरेक्टर हैं, उनका पूरा ब्योरा मांगा है। वैभव की कंपनियों और उनके लेनदेन के ब्योरे, ट्राइटन होटल्स एंड रिजॉट्र्स कंपनी के साथ लेनदेन का शुरू से लेकर अब तक साल दर साल पूरा ब्योरा मांगा गया है। सनलाइट कार रेंटल कंपनी के लेनदेन और विदेशों से हुए लेनदेन की भी डिटेल मांगी गई है।