नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने और रणनीति बनाने के लिए बृहस्पतिवार को पार्टी की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन किया। बैठक के बाद खड़गे ने कहा कि राजस्थान में हर पांच साल पर सरकार बदलने का इतिहास इस बार बदल जाएगा।
इस बैठक को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच के विवाद को सुलझाने के प्रयास के तौर पर भी देखा जा रहा है। इस बैठक को लेकर सचिन पायलट का बयान आया है। पायलट ने कहा, "पार्टी नेतृत्व मुझे जो भी जिम्मेदारी देगा, मैं उसे निभाने के लिए तैयार हूं।"
सचिन पायलट ने कहा, "हमारी मीटिंग चार घंटे चली। हमने विधानसभा चुनाव से जुड़े हर मुद्दे पर बात की। हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे। एंटी इनकमबेंसी (सत्ता विरोधी लहर) को तोड़ने पर चर्चा हुई है। चुनाव में हम बीजेपी को हराएंगे।"
सूत्रों के अनुसार, सचिन पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस अभियान में अपनी भूमिका जारी रखने की शर्त के रूप में पार्टी के भीतर एक सम्मानजनक पद की इच्छा जाहिर की है। लेकिन इसे सबके सामने उजागर नहीं किया गया है। हालांकि, अशोक गहलोत सत्ता साझा नहीं करने पर अड़े हुए हैं। उनका लक्ष्य अपने सामाजिक कल्याण पिच के बैनर तले पार्टी का नेतृत्व करना है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि राजस्थान संकट का हल कांग्रेस कैसे निकालेगी? क्या इसमें छत्तीसगढ़ के फॉर्मूले का इस्तेमाल किया जाएगा?
खड़गे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी वाली इस बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पायलट, पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कई अन्य कांग्रेस नेता शामिल थे।
मुख्यमंत्री गहलोत पैर में चोट के कारण जयपुर से ही इस बैठक में ऑनलाइन जुड़े।
बैठक के बाद खड़गे ने ट्वीट किया, "जन-सेवा, राहत और सबका उत्थान, प्रगति के पथ पर बढ़ता राजस्थान। कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान में समावेशी विकास एवं जन-कल्याण की योजनाओं को घर घर पहुँचाया है। पार्टी एकजुट होकर आगामी चुनाव में जनता के बीच जाएगी।"
उन्होंने कहा, "राजस्थान का हर वर्ग - किसान, खेत-मज़दूर, युवा, महिलाएं व समाज का हर एक वर्ग कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त कर रहा है। हम सबकी आकांक्षाओं का ध्यान रखेंगे। राजस्थान का वर्तमान और भविष्य दोनों कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित है। इस बार इतिहास बदलेगा।"
राहुल गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी के नेतृत्व में आज राजस्थान कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की। कांग्रेस राजस्थान में एक बार फिर सरकार बनाएगी और जनता के बेहतर भविष्य के लिए कार्य करती रहेगी।"
इस बैठक से एक दिन पहले, मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को कहा था कि राजस्थान सरकार भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामलों में सजा को मौजूदा 10 साल से बढ़ाकर आजीवन कारावास तक करने के लिए अगले विधानसभा सत्र में एक विधेयक लाएगी।
पायलट ने अपनी 'जन संघर्ष यात्रा' के दौरान प्रदेश सरकार के समक्ष तीन मांग रखी थीं जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप की उच्च स्तरीय जांच शामिल थी।
पिछले महीने कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं तथा उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा।