जयपुर: राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने कांग्रेस के दिवंगत नेता राजेश पायलट की पुण्यतिथि के अवसर पर दौसा में एक बड़े कार्यक्रम को संबोधित किया। हालांकि पायलट ने इस मौके पर नई पार्टी के एलान की चल रही अटकलों को लेकर कोई घोषणा नहीं की। उन्होंने राजस्थान में "स्वच्छ राजनीति" का आह्वान किया। सचिन पायलट ने कहा कि मैंने युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बात की है। यहां के लोगों ने हमेशा मेरा समर्थन किया है। मेरी आवाज कमजोर नहीं है, मैं पीछे नहीं हटूंगा। देश को सच्चाई की राजनीति की जरूरत है। मैं नहीं चाहता कि लोग भविष्य के साथ खिलवाड़ करें। मेरी नीति स्पष्ट है, मैं स्वच्छ राजनीति चाहता हूं।
गौरतलब है कि राजेश पायलट की पुण्यतिथि के अवसर पर स्थानीय गुर्जर छात्रावास में उनकी एक प्रतिमा का अनावरण किया गया। साथ ही एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। आयोजन से पहले, पायलट के समर्थकों ने इन अटकलों का खंडन किया कि वो राजस्थान में चुनाव के लिए छह महीने के भीतर एक नई पार्टी शुरू कर सकते हैं। हालांकि सचिन पायलट ने पूरे मुद्दे पर चुप्पी साधी रखी।
कांग्रेस ने सकारात्मक समाधान का जताया है भरोसा
कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के अगले कदम को लेकर जारी अटकलों के बीच शनिवार को उम्मीद जताई थी कि इस मामले का सकारात्मक समाधान निकाल लिया जाएगा। राजस्थान के घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था कि हमारी पार्टी के अध्यक्ष (खड़गे) और हमारा यह मानना है कि इस मुद्दे का सकारात्मक समाधान निकाल लिया जाएगा।‘
केसी वेणुगोपाल ने क्या कहा?
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को कहा था कि यह सब अफवाह है कि पायलट पार्टी छोड़कर चले जाएंगे और अपनी पार्टी गठित करेंगे। वेणुगोपाल ने पायलट के अगले कदम से जुड़ी अटकलों के बारे में पूछे जाने पर मीडिया से कहा था कि मैं अफवाहों में विश्वास नहीं करता। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष ;मल्लिकार्जुन खड़गेद्ध और राहुल गांधी जी ने अशोक गहलोत जी और सचिन पायलट जी के साथ चर्चा की तथा उसके बाद हमने कहा था कि हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। यही कांग्रेस पार्टी का रुख है। इसके अलावा कुछ नहीं है।
सचिन पायलट की क्या है मांग?
पायलट ने हाल में तीन मांगें रखी थीं, जिनमें राजस्थान लोक सेवा आयोग ;आरपीएससीद्ध को भंग करना और इसका पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के पेपर लीक होने से प्रभावित युवाओं को मुआवजा देना और वसुंधरा राजे नीत पिछली भाजपा सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की उच्चस्तरीय जांच कराना शामिल है।
पिछले दिनों कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं तथा उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा।