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जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूपीए सरकार बदलने के पीछे देश के पूर्व नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) विनोद राय को जिम्मेदार ठहराया है। गहलोत ने कहा कि टूजी और कोलगेट को लेकर राय के बयान के कारण देश में यूपीए सरकार के खिलाफ माहौल बना था। इसके बाद सरकार चली गई। राय ने उस दौरान कहा था कि एक लाख 76 हजार करोड़ का घोटाला हो गया। टूजी और कोलगेट मामले में पता नहीं क्या-क्या हो गया। अब कुछ समय पहले राय ने कांग्रेस नेता संजय निरुपम से लिखित में माफी मांगी है। इतने जिम्मेदार पद पर व्यक्ति ऐसे बयान दे तो क्या कहा जा सकता है।

गहलोत ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से चार्टर्ड अकाउंटेंट एसोसिएशन के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राय के बोलने से देश के अंदर यूपीए सरकार के खिलाफ हवा बन गई थी। चाहे झूठे आरोप लगाए हों, लेकिन देश ने मान लिया था कि राय सही कह रहे हैं कि यूपीए सरकार में भ्रष्टाचार हुआ है। इस मौके पर अशोक गहलोत ने कहा कि विनोद राय चार्टर्ड अकाउंटेंट तो नहीं थे, अफसर रहे थे, कैग बने थे।

गहलोत ने कहा कि उस दौरान तत्कालीन यूपीए सरकार ने शानदार काम किए थे। पहली बार अधिकार आधारित युग की शुरुआत हुई थी। आरटीआइ, मनरेगा जैसे कानून बने थे। मनमोहन सिंह जैसे प्रधानमंत्री थे, जिनका दुनिया में सम्मान था, लेकिन राय ने उस दौरान एक लाख 76 करोड़ के घोटाले का झूठा बनाया दिया था, जिससे देश का माहौल बदल गया था। उन्होंने कहा कि समाज में चार्टर्ड अकाउंटेंट की विश्वसनीयता कितनी है। इस विश्वसनीयता को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि साल, 1949 में चार्टर्ड अकाउंटेंट एक्ट बनना इस बात का प्रमाण है कि अर्थव्यवस्था, समाज व औद्योगिक विकास में इस वर्ग का बड़ा योगदान है।

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