नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): आज सवेरे सूर्य को अंतिम अर्घ्य देने के साथ ही महापर्व छठ समाप्त हो जाएगा। पूरे देश के अलग-अलग हिस्सों में नदियों के किनारे और कृत्रिम घाटों पर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जा रहा है। बीती रात से ही श्रद्धालु और व्रती महिलाएं घाटों पर जमा थीं। कांचे ही बांसा के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए...जैसे छठ गीतों की गूंज के बीच श्रद्धालु यमुना नदी के किनारे और दिल्ली के दूसरे छठ घाटों पर जुटे हैं। व्रतियों ने परंपरागत गीतों और श्रद्धा से सूर्य को अर्घ्य देने की तेयारी की है। घाटों पर मेलों की भी धूम है।
घाटों पर श्रद्धालुओं का रेला
राजधानी में विभिन्न स्थानों पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए लाखों श्रद्धालुओं ने शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पूरी रात घाटों पर डेरा डाला। इस दौरान घाटों को दीयों और रोशनी से सजाया गया। श्रद्धालुओं में छठ पर्व पर भक्तिमय माहौल देखने लायक था। महिलाएं सिर पर पूजा सामग्री से भरी टोकरियां लिए घाटों पर पहुंचीं और श्रद्धा से अर्घ्य अर्पित किया।
पानी की व्यवस्था
गत 15 दिनों से रिपेयर के लिए बंद पड़ी यूपी की पूर्वी नहर में छठ पर्व के अवसर पर 474 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बैराज से पानी इसलिए छोड़ा गया ताकि श्रद्धालु छठ पूजा के दौरान बहते पानी में पूजा अर्चना कर सके।
हथिनी कुंड बैराज पर यमुना नदी का जल बहाव 3035 क्यूसेक दर्ज किया गया। उल्लेखनीय है कई दिनों से नहर की रिपेयर चल रही है। ऐसे में इसके पानी को बंद किया गया है। लेकिन पूर्वांचल श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए बंद पड़ी यूपी की पूर्वी नहर में पानी की आपूर्ति बहाल की गई। ऐसे में बैराज से पूर्वी नहर में 474 की क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पश्चिमी यमुना नहर में 2209 क्यूसेक पानी की आपूर्ति की गई। यमुना नदी के जल बहाव को निरंतर बनाए रखने के लिए 352 क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा है।
ड्रोन कैमरे से की गई छठ घाटों की निगरानी
छठ पूजा को सुरक्षित और शांतिपूर्ण उत्सव बनाने के लिए दिल्ली पुलिस ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। सभी आयोजन स्थलों पर ड्रोन से निगरानी की गई। इसके साथ ही सभी जिलों में अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। सुरक्षा व्यवस्था के साथ साथ यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। आयोजन स्थल के आसपास भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अवरोधक लगाए गए थे। आने जाने वालों पर पुलिस विशेष निगरानी रख रही थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रमुख घाटों पर 24 घंटे गश्त की व्यवस्था की गई है। साथ ही इन जगहों पर चिकित्सा सहायता और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भी स्थापित किए गए हैं।