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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): उत्तर प्रदेश में जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपी सेंटर) पर अखिलेश को भीतर न घुसने देने का मामला एक बार फिर गरमा गया है। इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि जयप्रकाश नारायण की जयंती के दिन सपा कार्यकर्ता उनके म्यूजियम में जयंती मनाते हैं। लेकिन हमें दो बार से माल्यार्पण करने से रोका जा रहा है।

सरकार कुछ छिपाना चाहती है: अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार इस सेंटर को बेचना चाहती है। उन्होंने कहा कि ये बैरिकेडिंग सपा के कार्यकर्ताओं को रोक नहीं पाएगी। पुलिस कब तक यहां रहेगी। जब पुलिस वहां से हटेगी तब हम वहां माल्यार्पण करेंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि हम माल्यार्पण यहीं पर करेंगे। अभी यहां पर पुलिस की बैरिकेडिंग है। यह बैरीकेटिंग कब तक रहेगी। जब पुलिस हटेगी तब हम वहां जाएंगे।

अखिलेश ने कहा कि यह सरकार ही विनाशकारी है। सरकार भेड़िए को पकड़ने की ताकत नहीं जुटा पा रही है। वह इन चीजों में अपनी ऊर्जा खर्च कर रही है। उन्होंने कहा, कुछ ऐसा है जो सरकार छिपाना चाह रही है।

हम इसकी हकीकत मालूम करके रहेंगे

अखिलेश यादव ने कहा कि अंदर कुछ गड़बड़ चल रहा है। कुछ ऐसा है जो सरकार छिपाना चाह रही है। हमें अंदर कुछ वजहों से नहीं आने दिया जा रहा है। हम इसकी हकीकत मालूम करके रहेंगे।

आपको बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब अखिलेश यादव ने जयप्रकाश नारायण की जयंती के कार्यक्रम में शामिल होने की कोशिश की हो। वह पिछले साल भी जयप्रकाश नारायण सेंटर पहुंचे थे.उन्हें उस दौरान भी सेंटर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। उस दौरान वह दीवार फांद कर अंदर चले गए थे।

गुरुवार की रात कब-कब क्या-क्या हुआ

-अखिलेश यादव की तरफ़ से उनके निजी सचिव गंगा राम ने लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी से परमिशन मांगी।

-गंगाराम ने ही लखनऊ के पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र सिंह सेंगर को चिट्ठी लिख कर अखिलेश के 11 अक्तूबर को जेपी सेंटर जाने की जानकारी दी।

-लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी ने दस अक्टूबर को चिट्ठी लिखकर परमिशन देने से इंकार कर दिया। कहा गया कि वहां आधा अधूरा निर्माण है।

-लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने जेपी सेंटर के किसी के भी जाने पर रोक लगा दी।

-लखनऊ ट्रैफ़िक पुलिस ने रूट डायवर्सन कर दिया।

-अखिलेश यादव को जब पता चला कि टीन शेड लगा कर जेपी सेंटर के गेट को ढँका जा रहा है तो 10 अक्टूबर को रात 9:33 पर उन्होंने पहला ट्वीट किया।

-फिर रात साढ़े ग्यारह बजे अखिलेश खुद जेपी सेंटर पहुंच गए। इन्होंने आरोप लगाया कि जेपी सेंटर को बेचने की साज़िश की जा रही है। उन्हें जयप्रकाश नारायण को पुष्पांजलि देने से कैसे रोका जा सकता है।

जेपी की जयंती में आज सुबह 10.30 बजे आने वाले थे अखिलेश यादव

बताया जा रहा है कि तय कार्यक्रम के मुताबिक अखिलेश यादव को जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार की सुबह करीब 10.30 बजे जेपी सेंटर जाना था। लेकिन वह गुरुवार रात करीब सवा ग्यारह बजे ही वहां पहुंच गए। अखिलेश यादव जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने चाह रहे थे। लेकिन वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। जिस समय अखिलेश यादव जेपी सेंटर पहुंचे थे उस दौरान उनके साथ उनके कार्यकर्ता भी मौजूद थे। कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव को रोके जाने का जमकर विरोध भी किया था।

अखिलेश यादव ने किया ट्वीट

रात में जब अखिलेश यादव को जयप्रकाश नारायण सेंटर में जाने की अनुमति नहीं दी गई तो उन्होंने वहां से ही एक वीडियो सोशल साइट एक्स पर पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं है। जयप्रकाश नारायण सेंटर के बाहर से अखिलेश यादव ने जो वीडियो पोस्ट किया है उसमें कई मजदूर टीन की बड़ी-बड़ी शेड से जेपी सेंटर के बाहर लगी दीवार को ढकते दिख रहे हैं।

गुरुवार रात जमकर हुआ था हंगामा

गुरुवार की रात जब अखिलेश यादव किसी को कुछ बताए बगैर जेपी सेंटर पहुंचे थे तो वहां हलचल से मच गई थी। प्रशासन को लगा कि कहीं अखिलेश यादव पिछली बार की तरह ही दीवार फांद कर सेंटर के अंदर ना चलें जाएं। हालांकि अखिलेश यादव ने ऐसा कुछ नहीं किया। जब अखिलेश यादव सेंटर के बाहर पहुंचे तो उन्होंने वहां देखा कि कुछ मजदूर टीन की शेड पर 'भवन निर्माणाधीन' है ये लिख रहे थे। इसके बाद अखिलेश यादव ने कहा कि क्या हम भी पेंट कर सकते हैं? फिर उन्होंने कार्यकर्ताओं को कहा कि लिख दो, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद। फिर क्या था...

 

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