नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। शुरुआती रुझानों में हरियाणा में भाजपा ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। इस तरह रुझानों में फिलहाल हरियाणा में भाजपा की हैट्रिक लगने की उम्मीद बन गई है। वहीं जम्मू-कश्मीर में एनसी-कांग्रेस गठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार कर चुका है। दोनों राज्यों के चुनाव नतीजों पर इसलिए भी नजर है क्योंकि ये नतीजे नवंबर मेंं होने वाले महाराष्ट्र और झारखंड़ विधानसभा के चुनाव पर भी असर डाल सकते हैं। जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों के लिए तीन फेज में वोटिंग हुई थी। वहीं हरियाणा में 5 अक्तूबर को सिर्फ एक फेज में ही 90 सीटों पर मतदान हुआ था।
चुनाव आयोग के मुताबिक, दोपहर 12 बजे के आंकड़ों के अनुसार, रुझानों में हरियाणा में भाजपा 49 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 35 सीटों पर आगे है। वहीं इनेलो 2 सीटों पर और अन्य चार सीटों पर आगे हैं। वहीं, जम्मू कश्मीर में कांग्रेस-नेकां गठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार कर चुका है। एनसी-कांग्रेस गठबंधन 51 सीटों पर आगे है। वहीं भाजपा 25 सीटों पर, पीडीपी 4 सीटों पर आगे है। अन्य 10 सीटों पर आगे चल रहे हैं।
चुनाव आयोग पर भड़के कांग्रेस नेता जयराम रमेश
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, हरियाणा विधानसभा के लिए मतगणना को लेकर 'हम ज्ञापन पेश करके शिकायत कर रहे हैं और हम उम्मीद करते हैं कि भारत का चुनाव आयोग (ईसीआई) हमारे सवालों का जवाब दे क्योंकि 11-12 राउंड के नतीजे आ चुके हैं लेकिन जो अपडेट किया गया है उसमें केवल 4 से 5 राउंड के नतीजों को दिखाया जा रहा है। ऐसा लोकसभा चुनाव में भी हुआ था... हम उम्मीद करते हैं की ईसीआई जो एक संवैधानिक संस्था है, निष्पक्ष संस्था है वो प्रशासन पर दबाव न बनाए... हताश होने की कोई जरूरत नहीं है, निराश होने की जरूरत नहीं है। ये सब 'माइंड गेम' है... हमें जनादेश मिलने वाला है, कांग्रेस की सरकार बनने वाली है।'
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष बोले- जीत के बाद नया संघर्ष शुरू होगा
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने चुनाव रुझानों पर कहा, 'मैं बहुत खुश हूं, मैं कहता रहा हूं कि हम 50 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। मैं अभी भी उम्मीद कर रहा हूं कि अंतिम परिणाम भी इसी के अनुरूप होंगे। हम एक स्थिर और समावेशी सरकार चाहते हैं, जिसके जरिए हम एक नया संघर्ष शुरू कर सकें, जो और भी मजबूत तरीके से आगे बढ़ेगा। कोई भी व्यक्ति या कोई भी राजनीतिक दल जो भाजपा को सत्ता के गलियारे से दूर रखने के पक्ष में है, उसका हार्दिक स्वागत है।'