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नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लते हुए 25 जून को संविधान हत्या दिवस घोषित किया है। अब इस पर कांग्रेस समेत विपक्ष के कई नेताओं ने प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशान साधा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री एक बार फ़िर हिपोक्रेसी से भरा एक हेडलाइन बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, "भारत के लोगों में 4 जून 2024 जिसे इतिहास में मोदी मुक्ति दिवस के नाम से जाना जाएगा। इस दिन मिली निर्णायक व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक हार से पहले उन्होंने (पीएम मोदी) दस सालों तक अघोषित आपातकाल लगा रखा था। यह वही नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने भारत के संविधान और उसके सिद्धांतों, मूल्यों और संस्थानों पर सुनियोजित ढंग से हमला किया है।"

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आगे कहा, "यह वही नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हैं, जिनके वैचारिक परिवार ने नवंबर 1949 में भारत के संविधान को इस आधार पर खारिज कर दिया था कि यह मनुस्मृति से प्रेरित नहीं था।

उन्होंने आगे कहा, यह वही नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हैं, जिनके लिए डेमोक्रेसी का मतलब केवल डेमो-कुर्सी है।"

अखिलेश यादव का बीजेपी पर निशाना

केंद्र सरकार के इस कदम का समाजवादी पार्टी ने भी विरोध किया। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "30 जनवरी को बापू हत्या दिवस और लोकतंत्र हत्या दिवस के संयुक्त दिवस के रूप में मनाना चाहिए, क्योंकि इसी दिन चंडीगढ़ में बीजेपी ने मेयर चुनाव में धांधली की थी।" इस दौरान उन्होंने हत्या दिवस को लेकर बीजेपी से कई सवाल पूछे।

अखिलेश यादव ने बीजेपी से पूछा-

मणिपुर में नारी के मान-अपमान हत्या दिवस

हाथरस की बेटी हत्या दिवस

लखीमपुर में किसान हत्या दिवस

कानपुर देहात में माँ-बेटी हत्या दिवस

तीन काले कानूनों से कृषि हत्या दिवस

पेपर लीक करके हुए परीक्षा प्रणाली हत्या दिवस

अग्निवीर से हुए सामान्य सैन्य भर्ती हत्या दिवस

बेरोजगारी से हुए युवा सपनों के हत्या दिवस

बढ़ती महंगाई से हुए आम परिवारों के भविष्य के हत्या दिवस

नोटबंदी व जीएसटी लागू करने से हुए व्यापार हत्या दिवस

यश भारती जैसे पुरस्कार बंद करने से हुए हुनर-सम्मान हत्या दिवस

जनसंख्या में आनुपातिक प्रतिनिधित्व न देकर सामाजिक न्याय का हत्या दिवस

सरकारी नौकरी के अवसर ख़त्म करके आरक्षण के हत्या दिवस

पुरानी पेंशन के हत्या दिवस

संदेहास्पद हो गये ईवीएम न हटाकर बैलेट पेपर हत्या दिवस

आम आदमी पार्टी का पीएम मोदी पर निशाना

उधर आम आदमी पार्टी नेता प्रियंका कक्कड़ ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने वर्ष 2014 से लगातार हर दिन संविधान की हत्या की है। आम आदमी पार्टी नेता ने कहा,‘चंडीगढ़ के महापौर पद के चुनाव में अनिल मासी ने संविधान की हत्या की, संविधान की हत्या तब की गई जब भाजपा चुनावी बॉन्ड लेकर आई।’

देश के लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश: कुणाल घोष

तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष ने कहा, ‘आपातकाल की आलोचना हो चुकी है। एक बार इंदिरा गांधी हार चुकीं थी और फिर से सत्ता में लौटकर वापसी की। इतने वर्ष के बाद भाजपा जानबूझकर इस मुद्दे को जनता के बीच ला रही है। देश का बुरा हाल है और केंद्र सरकार जन विरोधी नीतियों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस पुराने कार्ड को खेलने की कोशिश कर रही है।’

‘पीएम मोदी का कार्यकाल संविधान हत्या युग के रूप में मनाएं’

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘महंगाई से, बेरोजगारी से, हर तरफ असफलता से, चीन का हमारी सीमा पर अतिक्रमण से ध्यान हटाने के लिए संविधान हत्या दिवस विरोधी दिवस मनाया जा रहा है। जिस दिन आपात काल लगा था, उसके बाद से बहुत से चुनाव हो चुके हैं। जिस दिन से पीएम मोदी ने सत्ता संभाली है, उस दिन से हर दिन संविधान की हत्या हो रही है। मैं समझता हूं कि पीएम मोदी का कार्यकाल संविधान हत्या युग के रूप में जाना जाए।’

 

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