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पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने पीएम मोदी और भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में काफी घबराहट है। ये लोग यह मानकर बैठे हैं कि वो (भाजपा) हार रहे हैं। जनता का मनोबल गिराने के लिए '400 पार' का नारा दे रहे हैं। लगातार इनकी पार्टी के नेता खुलेआम बोल रहे हैं कि हम (भाजपा) संविधान को बदल देंगे। यह संविधान डॉ. बीआर अंबेडकर ने बनाया है। जो भी इसे बदलने की कोशिश करेगा, देश के गरीब, दलित और पिछड़े उनकी आंखें निकाल लेगी।

लोकतंत्र खत्म करके देश में तानाशाही लाना चाहते हैं

लालू प्रसाद ने कहा कि भाजपा को तल्ख लहजे में कहा कि खबरदार अगर इस तरह का साहस किया तो देश की जनता माफ नहीं करेगी। लालू ने कहा कि देश में अपना शासन लाना चाहते हैं। तानाशाही लाना चाहते हैं। संविधान बदलने का मतलब लोकतंत्र को बदलना है। लोकतंत्र बदलने का मतलब है कि यह लोग देश में जनतंत्र नहीं चाहते। लोकतंत्र खत्म करके देश में तानाशाही लाना चाहते हैं।

पटना: बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर चुनाव लड़ रहे पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि वह कांग्रेस पार्टी के सिपाही हैं और आखिरी सांस तक इस दल के साथ रहेंगे। उन्होंने हाल में 2015 में स्थापित अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था। यादव को पूर्णिया सीट पर जनता दल यूनाइटेड ( जदयू) सांसद संतोष कुमार कुशवाहा और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उम्मीदवार बीमा भारती के साथ त्रिकोणीय मुकाबले का सामना करना पड़ा रहा है।

1990 के दशक में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर तीन बार पूर्णिया सीट जीतने वाले यादव ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का एक सिपाही हूं। मैं अपनी आखिरी सांस तक (वैचारिक तौर पर) कांग्रेस पार्टी के साथ रहूंगा। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा मेरे खून में है।''

‘महागठबंधन' के घटक दलों के बीच हुए सीट बंटवारे के तहत पूर्णिया सीट राजद के खाते में गई है। इसके मद्देनजर कांग्रेस ने कथित तौर पर पप्पू यादव को इस सीट से नामांकन वापस लेने की सलाह दी थी।

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को लोकसभा चुनाव को लेकर घोषणा पत्र का एलान किया। इसमें बड़ी संख्या में नौकरी की घोषणा की गई है। इस पर जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशार ने तंज कसते हुए कहा कि जो विद्वान लोग हैं, जो अनुभवी लोग हैं, वो आपको बताएंगे कि जब भी आप झट-पट और शॉर्ट कट करते हैं, तो आप जीवन में कुछ नहीं पाते हैं, लेकिन तेजस्वी यादव जैसे लीडर्स से आप इससे ज्यादा क्या अपेक्षा कर सकते हैं? उन्होंने भी अपने जीवन में सब कुछ झट-पट ही पाया है। समाज के लिए कुछ किया नहीं है। अपनी कुछ योग्यता नहीं दिखाई है।

प्रशांत किशार ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने किसी क्षेत्र में अपना पराक्रम, अपना पुरुषार्थ, अपनी योग्यता नहीं दिखाई है. लालू यादव के लड़के हैं, तो झट-पट कुर्सी पर बैठ गए और बिना झट-पट बिहार को समझे इसे सुधारने की बात कर रहे हैं। उनसे कोई पूछने वाला नहीं है कि मेरे भाई 15 साल आपके मां-बाबू जी यहां पर मुख्यमंत्री थे, तब झट-पट आपने बिहार को क्यों नहीं सुधार दिया?

पटना (जनादेश ब्यूरो): अपने बयानों से बिहार की सियासत को अक्सर गरम करने वाले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने एक चुनावी नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए शुक्रवार को एक ऐसा बयान दे दिया, जिससे एनडीए के भीतर बवाल मचना तय माना जा रहा है। मांझी की इस नुक्कड़ सभा में लोजपा रामविलास के अध्यक्ष और हाजीपुर से एनडीए उम्मीदवार चिराग पासवान भी मौजूद थे। दरअसल, एनडीए ने पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतनराम मांझी को गया संसदीय सीट से अपना साझा उम्मीदवार बनाया है। जीतनराम मांझी ने अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए पूरा जोर लगा दिया है और घूम-घूमकर नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं। शुक्रवार को मांझी की नुक्कड़ सभा में लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने मांझी के साथ मंच साझा किया।

चिराग को बताया "बिहार का भविष्य"

अपने भाषण के दौरान मांझी ने एक ऐसी बात कह दी, जो एनडीए में घमासान मचाने के लिए काफी है। मांझी ने सीएम नीतीश का नाम लिए बिना उनके ऊपर सवाल उठाए और चिराग पासवान को बिहार का भविष्य बता दिया।

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