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विजयवाड़ा: भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) एनवी रमना ने शनिवार को कहा कि अगर लोगों का न्यायपालिका में विश्वास खत्म हो जाता है, तो लोकतंत्र का अस्तित्व ही दांव पर लग जाएगा। सीजेआई एनवी रमना ने आगे कहा कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि लोगों का न्यायपालिका में विश्वास न टूटे। भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना का ये बयान उस वक्त आया है। जब वह अगले सप्ताह रिटायर होने वाले हैं।

दरअसल, न्यायमूर्ति एनवी रमना आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में विजयवाड़ा कोर्ट परिसर के उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे। सीजेआई एनवी रमना ने कहा कि अगर लोगों का न्यायपालिका पर से भरोसा उठ गया तो लोकतंत्र का अस्तित्व ही दांव पर लग जाएगा। सीजेआई ने कहा कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान न्यायाधीशों और 250 से अधिक उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रिक्त पदों को भरने पर ध्यान केंद्रित किया। सीजेआई ने कहा कि न्यायाधीशों के रिक्त पदों को भरना और बुनियादी ढांचे में सुधार उनके डेढ़ साल के कार्यकाल के दौरान उनके एजेंडे में शीर्ष पर थे।

हैदराबाद: आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस की मेगा मीटिंग के पहले दिन नाटकीय घटनाक्रम सामने आया, जब पार्टी की मानद अध्‍यक्ष वाईएस विजयलक्ष्‍मी, जिन्‍हें लोग विजयम्‍मा के नाम से पुकारते हैं, ने कहा है कि वे पद छोड़ रही हैं। विजयलक्ष्‍मी ने कहा कि वे पड़ोसी राज्‍य तेलंगाना में अपनी बेटी वाईएस शर्मिला के नेतृत्‍व वाले राजनीतिक अभियान से जुड़ने जा रही हैं। गौरतलब है कि शर्मिला की पार्टी के अपने भाई के संगठन से 'ठंडे' रिश्‍ते हैं। यह एलान गुरुवार को पार्टी के अधिवेशन में वाईएस विजयलक्ष्‍मी ने भाषण के अंत में किया, कार्यक्रम में उनके बेटे और आंध्र के सीएम वायएस जगनमोहन रेड्डी भी उपस्थित थे।

वाईएस विजयलक्ष्‍मी ने कहा, "बेटी वाईएस शर्मिला के साथ खड़े होने को लेकर ढेर सारी अटकलें, अफवाहें और अनावश्‍यक विवाद था, जो तेलंगाना के लोगों के लिए वाईएस राजशेखर रेड्डी के सपनों को पूरा करने के लिए अकेले संघर्षरत हैं। इसलिए परिवार के अंदर मतभेदों को लेकर अनावश्‍यक विवाद को खत्‍म के लिए मैंने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।"

अमरावती: आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस आत्मकुरू सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने में कामयाब रही। एसपीएस नेल्लेर जिले की इस सीट पर 23 जून को हुए उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार ने 82,888 मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की है। नतीजे रविवार को घोषित किए गए। वाईएसआर कांग्रेस के उम्मीदवार एम विक्रम रेड्डी 1,02,241 वोट मिले, जबकि भाजपा के जी भरत कुमार यादव को 19,353 मत ही मिले। वहीं, बहुजन समाज पार्टी के नंदा ओबुलेशु को 4,904 और एक निर्दलीय प्रत्याशी को 2,276 मत मिले।

उपचुनाव में 4,182 मतदाताओं ने नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) का बटन दबाया। दस उम्मीवादरों को 999 से भी कम वोट मिले। उल्लेखनीय है कि 2019 के आम चुनाव में, वाईएसआर कांग्रेस ने आत्मकुरु सीट पर 22,000 से अधिक मतों के अंतर से जीता दर्ज की थी। इस सीट से विधायक एवं राज्य सरकार में मंत्री एम गौतम रेड्डी का फरवरी में निधन हो जाने की वजह उपचुनाव कराया गया। विक्रम, गौतम के छोटे भाई हैं और पूर्व सांसद एम राजमोहन रेड्डी के बेटे हैं।

नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के अमलापुरम शहर में मंगलवार को दोपहर में पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के बाद हिंसा भड़क उठी। वहां भीड़ नव-निर्मित कोनसीमा जिले का नाम बदलकर बीआर अंबेडकर कोनसीमा जिला करने के प्रस्ताव का विरोध कर रही थी। हिंसा में परिवहन मंत्री पिनिपे विश्वरूपु के घर को आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने मंत्री और उनके परिवार को सुरक्षित निकाल लिया।

प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वाहन और एक शिक्षण संस्थान की बस को भी आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों के पथराव से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

गृह मंत्री ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना में 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हम घटना की गहन जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।"

गत 4 अप्रैल को कोनसीमा जिला तत्कालीन पूर्वी गोदावरी से अलग करके बनाया गया है। पिछले हफ्ते राज्य सरकार ने एक प्रारंभिक अधिसूचना जारी की थी जिसमें कोनसीमा का नाम बदलकर बीआर अंबेडकर कोनसीमा जिला करने का प्रस्ताव है।

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