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तिरूपति: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तिरूमाला के नजदीक भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में मंगलवार को पूजा-अर्चना की। पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पारम्परिक रिवाज से उनकी अगवानी की और उन्हें मुख्य द्वार से मंदिर के गर्भगृह में ले गए। प्रधानमंत्री के साथ मंदिर के शीर्ष अधिकारी भी थे। टीटीडी के अध्यक्ष चदलवाडा कृष्णमूर्ति ने बताया, ‘मेादी ने मंदिर के अंदर पवित्र स्वर्ण वेदिका और पवित्र स्वर्ण ध्वजस्तंभ पर पूजा की। वह करीब 20 मिनट मंदिर में रहे।’ प्रधानमंत्री ने श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय वार्षिक 104वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन किया और फिर सड़क मार्ग से मंदिर पहुंचे। पूजा के बाद प्रधानमंत्री को पवित्र सिल्क कपड़े से सम्मानित किया गया और मंदिर के रंग मंडपम में उन्हें ‘लड्डू’ प्रसादम दिया गया। पुजारियों ने प्रधानमंत्री को दिव्य आशीर्वाद भी दिया। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने प्रधानमंत्री के साथ मौजूद रहे। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने दूसरी बार मंदिर में पूजा-अर्चना की। इससे पहले पिछले वर्ष 22 अक्तूबर को वह मंदिर में आए थे।

विजयवाड़ा: नोटबंदी का शुरुआती दौर में समर्थन करने वाले भाजपा के सहयोगी दल तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि 40 से अधिक दिन बीत जाने के बावजूद नोटबंदी से उत्पन्न समस्या का समाधान अब भी नज़र नहीं आ रहा है। चंद्रबाबू ने विजयवाड़ा में अपनी पार्टी के सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों और अन्य नेताओं के एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा, 'हमने नोटबंदी की कामना नहीं की थी, लेकिन यह हुआ। नोटबंदी के 40 दिनों से अधिक बीत जाने के बाद भी ढेर सारी परेशानियां हैं, लेकिन अभी भी हल नहीं दिख रहा है।' चंद्रबाबू नायडू नोटबंदी पर गौर करने के लिए बनी 13-सदस्यीय केंद्रीय समिति के प्रमुख भी हैं। आंध्र के सीएम ने कहा कि लोगों को अपनी बुनियादी जरूरत की चीजें खरीदने के लिए नई करेंसी नहीं मिल रही है और बैंक तथा एटीएम में रोज कैश की किल्लत देखी जा रही है। उन्होंने कहा, नोटबंदी के कारण हो रही परेशानियों को कम करने के बारे में मैं रोजाना दो घंटे समय देता हूं। मैं रोज अपना सिर फोड़ता हूं। लेकिन हम इस समस्या का समाधान ढूंढने में असफल हैं। टीडीपी के नेताओं ने बताया कि उन्हें लगता है कि लोगों को इतनी कठिनाइयां झेलनी पड़ी हैं। जिससे हो सकता है कि पीएम के इस कदम का अनर्थकारी राजनीतिक अंजाम हो। नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष ने संसद और इसके बाहर सरकार को घेरने की कोई कोशिश नहीं छोड़ी है।

अमरावती: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कैशलेस लेनदेन नहीं करने वाले अपने मंत्रियों एवं नौकरशाहों को आड़े हाथों लिया और व्यंग्य करते हुए डिजिटल अर्थव्यवस्था के अनुकूल शीघ्र ढलने के मामले में 'शराबियों' की प्रशंसा की। नायडू ने एक बैठक में मौजूद मंत्रियों एवं 200 से अधिक नौकरशाहों से कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था को अपनाने वाले लोग अपने हाथ ऊपर करें, जिस पर बहुत कम हाथ ऊपर उठे। इसके बाद नायडू ने कहा, 'आप में से 25 प्रतिशत भी नकदी रहित लेनदेन नहीं कर रहे। यदि आप ऐसा करेंगे तो देश में सुधार कैसे होगा? यह नहीं होगा। यह सबसे बड़ी चुनौती है।आपकी मानसिकता को बदलना होगा।' उन्होंने कहा, 'देखिए, शराब की दुकानों में किस प्रकार प्वाइंट ऑफ सेल मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है। एक शराबी यदि शाम को शराब नहीं पीता, तो उसका दिमाग काम नहीं करेगा और इसीलिए उसने नकदी रहित लेनदेन करना सीख लिया है। उसने जरूरत के चलते ऐसा किया है।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'आप सभी को भी डिजिटल अर्थव्यवस्था को अपनाना चाहिए।'

अमरावती: आंध्र प्रदेश के एसपीएस नेल्लोर जिले में बंगाल की खाड़ी में तटों के नजदीक रहने वाले करीब 9,400 लोगों को सोमवार को राहत शिविरों में पहुंचाया गया। यहां शक्तिशाली वरदा चक्रवात के कारण भारी बारिश हो रही है। तमिलनाडु के रहने वाले छह मछुआरों को उंचाई पर स्थित श्री हरिकोटा के नजदीक स्थित सागर से बचाया गया जबकि दस और लोगों की तलाश जारी है। शक्तिशाली वरदा चक्रवात के श्रीहरिकोटा और चेन्नई पहुंचने की संभावना है और इसके मद्देनजर आंध्र प्रदेश के एसपीएस नेल्लोर जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। नेल्लोर के पुलिस अधीक्षक विशाल गुन्नी ने बताया कि पुलिस और सीआईएसएफ अपना काम कर रहे हैं और दस मछुआरे सुरक्षित हैं। लेकिन वह किनारे नहीं आना चाहते। हम उन्हें जल्द ही वहां से बाहर निकाल लाएंगे। नगर प्रशासन मंत्री पी नारायण बचाव और राहत अभियान की निगरानी के लिए नेल्लोर में डटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि वाकाडु और तादा में सुबह से क्रमश: 4.8 सेंमी और तीन सेंमी बरसात हुई। उन्होंने कहा कि सात संवेदनशील मंडलों से 9,400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भिजवा चुके हैं। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने नेल्लोर जिला प्रशासन से 255 निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया है।

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