रामपुर: सपा के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आजम खां ने आज आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हाल ही में आये इस बयान को लेकर उन पर निशाना साधा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की अनदेखी राजनीतिक कारणों से की जा रही है। आजम ने कहा, ‘‘अगर संघ प्रमुख की जानकारी इतनी कम है तो उन्हें भगवा संगठन में सर्वोच्च पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं विवाद में नहीं पड़ना चाहता। लेकिन मैं संघ प्रमुख मोहन भागवत को निश्चित रूप से सलाह दूंगा कि भीमराव अंबेडकर द्वारा बौद्ध धर्म को अपनाने से पहले व्यक्त किये गये उनके विचारों का गहन अध्ययन करें।’’ सपा नेता ने बसपा पर भी निशाना साधा और दावा किया कि बसपा के संस्थापक कांशीराम ने अयोध्या में विवादित स्थल पर शौचालय बनाने के अधिकार की मांग की थी। उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में बसपा की भूमिका अस्वीकार्य है। कांशीराम यह समझने में नाकाम रहे कि पूजा का स्थान पूजास्थल ही रहना चाहिए।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए खां ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री प्रत्येक भारतीय नागरिक के बैंक खाते में 20 लाख रपये जमा करने के वादे को पूरा करने में नाकाम रहे। उन्होंने कहा, ‘‘वह विफल हो गये। मुझे प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बिठाइये और मैं विश्वास दिलाता हूं कि बादशाह :मोदी: द्वारा किये गये वादों को ठोस आकार दूंगा।’’ आजम खां ने कहा कि अगर उन्हें कुर्सी दी जाए तो वह ‘अखंड भारत’ के सपने को भी हकीकत में बदल सकते हैं।