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लखनऊ: राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजित सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मात्र प्रचार के प्रति आसक्त होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि अक्सर अपने बयानों में विरोधाभासी आंकड़े देने वाले मोदी को तथ्यों की जानकारी नहीं रहती। सिंह ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल में सहारनपुर में अपनी रैली के दौरान कहा कि किसानों का 700 करोड़ रपये गन्ना मूल्य बकाया रह गया है। खबरों में आया कि 700 नहीं बल्कि पांच हजार करोड़ रपये बकाया है। फिर मोदी स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से कहते हैं कि उन्होंने किसानों के बकाया का 99 प्रतिशत मूल्य अदा करवा दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी को आंकड़ों के बारे में पता ही नहीं रहता। वह किसानों का क्या भला करेंगे। मोदी को प्रचार बहुत अच्छा लगता है। उनके चुनावी वादे तो जुमले मात्र बनकर रह गये। सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और अपराध चरम पर है। यह खुद सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव स्वीकार कर रहे हैं। सवाल यह है कि इस स्थिति के लिये जिम्मेदार कौन है। दरअसल हालात सुधारने की किसी की मंशा ही नहीं है। पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री ने प्रदेश में विकराल हुई बाढ़ के लिये भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बांधों के रखरखाव के लिये आबंटित धनराशि को जिम्मेदार लोग हड़प कर गये।

उन्होंने राज्य पुनर्गठन की मांग एक बार फिर उठाते हुए कहा कि आबादी के लिहाज से दुनिया का पांचवां सबसे बड़े देश के बराबर आंके गये उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिये उसका पुनर्गठन जरूरी है।

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