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लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): यूपी विधानसभा बजट सत्र में कानपुर की आर्यनगर विधानसभा से सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी ने सरकार पर शायराना अंदाज में तंज कसा, सड़कों पर गढ्ढे, गलियों में अंधेरा है फिर भी कह रहे हैं शहर बन रहा सुनहरा है। इस लाइन से अपनी बात की शुरुआत करने वाले सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने दूसरी लाइन में फिर शेर पढ़ते हुए सरकार को घेरा, वह बोले कि "कागजों में बहारें जमीन पर धूल, बताइए कैसा खिला है विकास का फूल" ये शेर भले ही सुनने में तुकबंदी लग रहा हो, लेकिन प्रमुख विपक्ष की सपा की ओर से इसे सरकार को घेरने वाला तंज माना जा रहा है।

बजट सत्र में सपा विधायक शायराना अंदाज में सरकार पर कसा तंज

शहर के अलग अलग मुद्दों को लेकर विपक्ष में बैठे सपा विधायक अमिताभ बाजपेई सरकार से उसके कामों का हिसाब मांगा और सरकार के कराए कामों की हकीकत बयां की, उन्होंने कानपुर में हाउस टैक्स और नामांतरण शुल्क को लेकर उठाए गए मुद्दे पर सरकार को घेरा। वहीं अन्य योजनाएं के शून्य विकास की बात भी कही।

नगर निगम टैक्स तो बढ़ा रहा है, लेकिन सुविधाएं खत्म कर रहा है

विधायक ने सदन में कहा कि पहले नगर निगम टैक्स लेकर जनता को सुविधाएं भी मुहैया कराता था। पार्क, बरातशाला, स्वास्थ, शिक्षा, सफाई, पेयजल सब सुविधाएं मिलती थी, लेकिन नगर निगम अब टैक्स तो बढ़ा रहा है, लेकिन सुविधाएं खत्म करता जा रहा है।

नगर निगम जबरन वसूल रहा नामांतरण शुल्क

सपा विधायक ने कानपुर नगर निगम में अवैध तरीके से लिए जा रहे नामांतरण शुल्क के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा और कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में कहीं भी नामांतरण शुल्क नहीं लगता, लेकिन कानपुर नगर निगम इस शुल्क को जबरन वसूल रहा है जिसकी सीधी मार जनता पर पड़ रही है। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी योजना पर भी अमिताभ बाजपेई ने कई खामियां गिनाई। सपा ने विधायक ने कहा कि बहुत से भवनों को बाहरी तौर पर चमकाया जा रहा है लेकिन भवनों के अंदर की हालत जर्जर है जिस ओर कोई भी काम नहीं किया जा रहा है।

अपने भाषण को खत्म करने से पहले भी सपा विधायक ने एक अंतिम शेर पेश किया और कहा कि 'ये कैसी विकास की बयार चली है, बस आंकड़ों में सरकार पड़ी है। जब धरातल पर सच्चाई दिखती है, जो जनता की आंखों में नमी जगी है। इस शेर को सुना कर अमिताभ बाजपेई ने सरकार को आड़े हाथ लिया और विकास के मुद्दों के सहारे जमीनी हकीकत से रुबरू करा दिया।

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