मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में रिश्वत देने से मना करने पर दो युवक को पुलिस ने न सिर्फ कथित तौर पर पीटा बल्कि उन्हें तालाब में भी धक्का दे दिया और उनके डूबने तक चुपचाप देखती रही। इससे गुस्साए स्थानीय लोगों ने पुलिस चौकी पर ही पांच पुलिसवालों की धुनाई कर दी। पुलिस अधीक्षक देव रंजन सिंह ने बताया कि घिरोर इलाके के कोसमा कस्बे में फिरोजाबाद निवासी युवक दिलीप यादव (18) और पंकज यादव (19) ट्रैक्टर-ट्राली से ईंटे ढो रहे थे। रास्ते में कोसमा चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि पुलिस के रोकने पर युवकों ने ट्रैक्टर-ट्राली रोकने के बजाय उसकी रफ्तार बढ़ा दी। पुलिस ने उनका पीछा किया तो बचने की कोशिश में वे दोनों ट्रैक्टर से उतरकर भागे और एक तालाब में कूद गये। थोड़ी देर बाद वे दोनों डूब गये। इस घटना से नाराज स्थानीय ग्रामीणों ने कोसमा पुलिस चौकी पर धावा बोल दिया और पुलिसकर्मियों की कथित रूप से पिटाई की। सिंह ने बताया कि उन्होंने इस मामले में कोसमा चौकी के प्रभारी उदयवीर सिंह समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया है।इस बीच, मृत युवकों के परिजन का आरोप है कि पुलिस ने लड़कों की पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शवों को तालाब में फेंक दिया। दो युवकों की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में चार पुलिसकर्मियों समेत आठ लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस अधीक्षक देव रंजन सिंह ने बताया कि घिरोर इलाके में दो युवकों की मौत के मामले में पुलिस चौकी प्रभारी उदयवीर सिंह, हेड कांस्टेबल गिरीश चन्द्रा, कांस्टेबल गौरव सिंह तथा विनय गौतम एवं होमगार्डस जवान वीरेश कुमार तथा राम खिलाड़ी एवं ईंट भट्ठा मालिक सुनील वर्मा एवं प्रमोद दुबे पर हत्या तथा साजिश के आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि मृत युवकों दिलीप यादव (18) और पंकज यादव (19) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत डूबने के बजाय पिटाई से होने की पुष्टि के बाद पुलिसकर्मियों समेत सभी आठ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।मालूम हो कि घिरोर इलाके के कोसमा कस्बे में कल ईंटों से लदी ट्रैक्टर-ट्राली ले जा रहे फिरोजाबाद निवासी दिलीप और पंकज को रास्ते में कोसमा चौराहे पर पुलिस ने रोकने की कोशिश की थी। पुलिस ने दावा किया था कि रोकने पर युवकों ने ट्रैक्टर-ट्राली रोकने के बजाय उसकी रफ्तार बढ़ा दी। पुलिस ने उनका पीछा किया तो बचने की कोशिश में वे दोनों ट्रैक्टर से उतरकर भागे और एक तालाब में कूद गये। थोड़ी देर बाद वे दोनों डूब गये।