लखनऊ: विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार करने के संकेतों से कांग्रेस नेताओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। सूत्रों का कहना है कि प्रियंका ने यूपी के चुनिंदा जिलों में प्रचार करने के लिए सहमति दे दी है। हाईकमान ने भी इस पर सहमति की मोहर लगा दी है। सूत्र बताते है कि जिलों में चुनिंदा सीटों का चयन प्रशांत किशोर की रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा। पार्टी की तैयारियों के मुताबिक चुनाव प्रचार में प्रियंका गांधी के साथ मजबूत 'हमलावर' दस्ता भी होगा, जिसमें प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेताओं को शामिल किया जाएगा। प्रदेश के अल्पसंख्यक मतदाताओं खासकर मुस्लिम मतों को प्रभावित करने के लिए ही पार्टी ने गुलाम नबी आजाद को प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के प्रदेश में कांग्रेस का हाथ थामने के बाद से ही इसकी अटकलें लगाई जाने लगी थीं। प्रदेश प्रभारी पद पर बदलाव के बाद अब किसी ब्राह्मण चेहरे को आगे किए जाने की पूरी संभावना है। प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा कर चुकी प्रशांत किशोर की टीम ने कार्यकर्ताओं से बातचीत के आधार पर नेताओं के प्रभाव का भी अध्ययन किया है। चुनावी मुहिम की दृष्टि से इन नेताओं को अहम जिम्मेदारियां दी जाएंगी। इनमें सभी वर्गों के नेता होंगे। इन नेताओं का प्रियंका के साथ जिलों में चुनिंदा सीटों पर प्रचार के लिए लगाया जाएगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी के साथ चुनाव प्रचार में उतारे जाने वाले प्रदेश के कद्दावर नेताओं का नाम भी तय किया जा रहा है।
इन नेताओं में राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी, डॉ. संजय सिंह, राजबब्बर व पीएल पुनिया के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व सांसद राजेश मिश्रा, पूर्व सांसद राजाराम पाल व पूर्व एमएलसी राजेश पति त्रिपाठी का नाम शामिल है। इनमें से किसी एक नेता को संगठन की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।