लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में आज (गुरूवार) मंत्रिपरिषद की बैठक में वाराणसी में वरुणा नदी के चैनलाइजेशन एवं तटीय विकास की परियोजना को मंजूरी प्रदान कर दी है। इस परियोजना के लिए दो सौ रुपये की मंजूरी दी गई है। परियोजना में प्रस्तावित कार्याें से नदी के दोनों तरफ शहरी क्षेत्र में पर्यावरण की स्थिति में सुधार होगा, भू-जल स्तर की रिचार्जिंग के साथ जलीय जीव-जन्तुओं को भी लाभ होगा। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ सामाजिक जन-जीवन के स्तर में भी सुधार होगा। गौरतलब है कि वाराणसी ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक महत्व का प्राचीनतम नगर है। वरुणा नदी जो गंगा की सहायक नदी है, जो शहर के बीच से होकर बहती है। इस नदी में शहर के दोनों तरफ से 14 मुख्य नालों और 44 छोटे नालों का दूषित जल प्रवाहित होता है। इस परियोजना से इन नालों को चैनलाइज किया जाएगा। विगत 60 वर्षाें से नदी की सफाई न होने के कारण वरुणा नदी गंदे नाले के रूप में परिवर्तित हो चुकी है, जिससे गंगा नदी भी प्रदूषित हो रही है। इसको धयान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने वरुणा नदी के पुनर्जीवीकरण के निर्देश दिए थे, जिसके क्रम में इस नदी को वाराणसी शहरी क्षेत्र में 10.3 किमी की लम्बाई में चैनलाइजेशन एवं तटीय विकास की परियोजना को मंजूरी प्रदान की गया है।
इस परियोजना में मुख्य रूप से शहर के इस भाग में नदी में गिरने वाले नालों को रोक कर दोनों किनारों पर एचडीपीई लाइन्ड पाइप डालने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही, इस गंदे पानी को सीवेज पम्पिंग स्टेशन तक पहुंचाने का कार्य इस परियोजना के माध्यम से पूरा किया जाएगा। चैनलाइजेशन के फलस्वरूप नदी से निकाली गयी मिट्टी को सुव्यवस्थित करके जियो सिन्थेटिक मैटेरियल के माध्यम से नदी का स्लोप और किनारों को सुदृढ़ कर टर्फिंग करने का प्रस्ताव इस परियोजना में किया गया है।