ताज़ा खबरें
बजट को लेकर खड़गे का तंज: 900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली
बजट में खोखले नारे देकर जनता को धोखा देने की है कोशिश: कांग्रेस
विकसित भारत की बात जुमला,ध्यान भटकाने का प्रयास: अमिताभ दुबे
गुजरात दंगे की पीड़िता जाकिया जाफरी का 86 साल की उम्र में निधन
आयकर में छूट, किसानों-एमएसएमई सेक्टर के लिए कई अहम एलान
12 लाख तक की सालाना आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा: वित्त मंत्री

मथुरा: मथुरा के जवाहरबाग में हुई हिंसा की जांच सीबीआई से कराने की मांग को खारिज करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि घटना की न्यायिक जांच हो रही है और उसमें मुझे पूरा विश्वास है। ऐसे में इसकी जांच सीबीआई से कराने की जरूरत नहीं है। इस घटना की जांच सीबीआई या एसआईटी से कराने की मांग पीड़ित परिवारों के साथ-साथ राजनीतिक दल भी कर रहे थे। मामले की जांच केन्द्रीय एजेंसी से कराने की मांग पर किए गए सवालों का जवाब दूसरे सवाल से देते हुए अखिलेश ने पूछा, ‘एक परिपाटी.तंत्र बना हुआ है। उसके अनुसार न्यायिक जांच करायी जा रही है। ऐसे में किसी और जांच की क्या जरूरत है।’ एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार है। हमें फिर से जनता के बीच जाना है। हम अपने सिस्टम, अपने अधिकारियों पर भरोसा नहीं करेंगे तो किस पर करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘जांच की रिपोर्ट आने दीजिए। सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। जो गलत है, वह गलत है जिन्होंने गलत किया उनके साथ गलत होगा।’ उन्होंने कहा, ‘मामले की न्यायिक जांच की जा रही है। कहां चूक हुई कहां कमी हुई उस पर कार्रवाई होगी। हर पहलू पर विचार किया जा रहा है।

सभी कमियां सामने आ जाएगीं। जो बिंदु होंगे, सब जांच में सामने आएंगे। सभी पर कार्रवाई होगी।’ एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जवाहरबाग में कार्रवाई से पहले पुलिसकर्मी वहां रेकी करने गए थे। उच्च न्यायालय के आदेश पर उन्हें जल्द ही बाग खाली कराना था। लेकिन उसी दौरान उनपर हमला हो गया।’ कार्रवाई में देरी संबंधी सवालों पर उन्होंने कहा, ‘सरकार की मंशा साफ है। वह चाहती थी कि महिलाओं और बच्चों की जान न जाए।’

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख