मथुरा: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज (सोमवार) यहाँ कैराना मामले पर भाजपा को घेरा और कहा कि वह इसे मुद्दा बनाना चाहती है, क्योंकि उसके पास और कोई मुद्दा नहीं है। साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि जवाहरबाग खाली कराने मेंं देर हुई। क्योंकि हमें वहां महिलाओं और बच्चों पर भी कार्रवाई की चिंता थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद ये प्रयास बढ़ गए थे। उन्होंने शहीद एसपी सिटी मुकुल के घरवालों से मुलाकात कर शहादत पर दुख जताया और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा कैराना मामले को चुनावी मुद्दा बना रही है। उन्होंने कहा कि कैराना से कब कौन क्यों गया बिना ये जाने इसे मुद्दा बनाया जा रहा है,l अगर किसी ने पांच साल पहले कैराना छोड़ा है , तब भी समाजवादी सरकार को दोषी बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि जवाहरबाग खाली करने में देरी हुई। लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रयास बढ़ गए थे। हमें इस बात की चिंता थी कि अंदर बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं और बच्चों को कोई नुकसान न पहुंचे। विपक्ष को मथुरा मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। इससे पहले एसपी सिटी के घरवालों ने उनसे सुविधा और मदद बढ़ाने की मांग की। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की दृष्टि से मुकुल की पत्नी की तरफ से दिल्ली के आसपास तैनाती की मांग रखी गई है। मुख्यमंत्री ने सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। जवाहरबाग में शहीद स्मारक की मांग पर कहा कि इस पर अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी जाएगी।
शहीद का पूरा सम्मान होगा। अपने पूरे कार्यक्रम के दौरान एक घंटे से ज्यादा समय उन्होंने मथुरा में बिताया। मथुरा आगमन के दौरान भाजपाइयों ने मुख्यमंत्री को विरोध स्वरूप काला झंडा दिखाने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम कर दी गई। पुलिस ने उनके झंडे छीनकर कब्जे में कर लिए।