रामपुर: उत्तर प्रदेश के विवादास्पद नेता आजम खान ने राम नाईक पर करारा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि राज्यपाल ने ‘अपराधियों को तवज्जो देकर राजभवन की गरिमा कम की है।’ उन्होंने नाईक को निशाना बनाते हुए आरोप लगाया, ‘उन लोगों को प्रवेश दिया गया जिनके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में गंभीर अपराधों के लिए आपराधिक मामले दर्ज हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अपराधियों और समाजवादी पार्टी के विरोधियों को तवज्जो देकर न केवल राजभवन की गरिमा को कमतर किया गया बल्कि लोकतंत्र भी शर्मिंदा हुआ है।’ उत्तर प्रदेश के संसदीय मामलों के मंत्री पिछले कुछ समय से नाईक के साथ शब्दयुद्ध में संलिप्त हैं और उन पर ‘कार सेवक’ होने का आरोप लगाया है। उन्होंने नाईक पर केंद्र की मोदी सरकार के इशारे पर उत्तर प्रदेश में ‘सांप्रदायिक माहौल’ बिगाड़ने के भी आरोप लगाए हैं। खान ने शनिवार देर शाम रामपुर और मुरादाबाद में ‘डायल 100’ आपातकालीन फोन सेवा की शुरुआत की।उन्होंने राज्यपाल को सलाह दी, ‘अगर वह खुद को इतना ही राजनीति में संलिप्त रखते हैं तो वह आगामी चुनाव रामपुर से लड़ लें. मैं राम नाईक जी के लिए खुशी से अपनी सीट खाली कर दूंगा।’ खान की भड़काउ टिप्पणी कांग्रेस नेता फैसल लाला के आरोप के बाद आई है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाए थे कि मंत्री (आजम) जिला कोऑपरेटिव बैंक की मदद से काला धन को वैध बना रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनावों में लाला को खान के खिलाफ मजबूत प्रतिद्वंद्वी के तौर पर पेश किया जा रहा है।
फिलहाल आजम की शिकायत पर पुलिस लाला की तलाश कर रही है। आजम ने शिकायत की थी कि कांग्रेस नेता बैंक की महिला अधिकारी के साथ र्दुव्यवहार के मामले में उन्हें गलत तरीके से फंसा रहे हैं।