वायनाड: केरल में वायनाड लोकसभा सीट पर आज उपचुनाव होगा। राहुल गांधी ने यह सीट छोड़ दी थी। दरअसल, राहुल वायनाड के साथ रायबरेली सीट से भी सांसद चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने रायबरेली सीट अपने पास रखने का फैसला किया था। अब इस सीट से उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी किस्मत आजमा रही हैं। कांग्रेस का राज्य में यूडीएफ से गठबंधन है। भाजपा ने नव्या हरिदास और लेफ्ट गठबंधन एलडीएफ ने सत्यन मोकेरी को चुनावी मैदान में उतारा है।
एनडीए ने लगाया है एड़ी चोटी का जोर
इससे पहले यहां उपचुनाव के लिए महीने भर से जारी प्रचार अभियान सोमवार को थम गया था। इसमें कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ, माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने एड़ी चोटी का दमखम लगाया। वायनाड कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) का लंबे समय से गढ़ रहा है। हालांकि, राजनीतिक दलों को उम्मीद है कि बदलती राजनीतिक परिस्थितियों और घटनाक्रम से दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में आश्चर्यजनक चुनाव परिणाम आ सकते हैं।
14 लाख मतदाता करेंगे 16 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का सक्रिय संसदीय राजनीति में कदम रखने का सपना पूरा होगा या नहीं, इसका फैसला वायनाड के मतदाता आज उपचुनाव में करेंगे। राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने की वजह से यहां हो रहे उपचुनाव में करीब 14 लाख मतदाता 16 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। साथ ही, केरल में चेलक्कारा विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा।
वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए मतदान शुरू
केरल के वायनाड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो चुका है। यहां कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी का मुकाबला मुख्य तौर पर माकपा के सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास से है। प्रियंका पहली बार संसदीय चुनाव लड़ रही हैं। वायनाड सीट संयुक्तं लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) का गढ़ मानी जाती है। 2019 में राहुल गांधी वायनाड से ही संसद पहुंचे थे। 2024 में राहुल वायनाड और रायबरेली दोनों जगह 'जीते। इसके बाद उन्होंने वायनाड से इस्तीफा दे दिया। अब, उपचुनाव में भी कांग्रेस दबदबा कायम रखना चाहती है।