को झकझोर कर रख दिया है। सोमवार को आए लैंडस्लाइड में वायनाड के 4 गांव बह गए। अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 100 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। हजारों लोगों के घर तबाह हो गए। रेस्क्यू टीम ने 800 से ज्यादा लोगों को बचा लिया है।
वायनाड लैंडस्लाइड के पीड़ितों से मिले राहुल और प्रियंका
लैंडस्लाइड की घटना के 2 दिन बाद गुरुवार को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी वायनाड पहुंचे। उन्होंने लैंडस्लाइड में पीड़ितों से मुलाकात की। राहुल गांधी के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी थीं। इस दौरान राहुल गांधी ने पीड़ितों का दर्द बांटते हुए कहा, "आज वैसा ही महसूस हो रहा है, जैसे पिता की मौत के बाद महसूस हुआ था।"
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज वायनाड के चूरलमाला का दौरा किया और लैंडस्लाइड के पीड़ितों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने कहा कि वायनाड में हुए भीषण लैंडस्लाइड में अपने परिजनों और घरों को खोने वाले लोगों को देखकर बहुत दुख हुआ।
राहुल ने इसे ‘‘राष्ट्रीय आपदा'' करार दिया है। वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने कहा कि यह ‘‘वायनाड, केरल और देश के लिए भयावह त्रासदी है।''
हम यह कोशिश करेंगे कि बचे लोगों को हक मिले: राहुल
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "हम यहां स्थिति देखने आए हैं। यह देखना काफी दर्दनाक है कि लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों और घरों को खो दिया है। इन परिस्थितियों में लोगों से बात करना बहुत मुश्किल है क्योंकि वास्तव में आपको पता नहीं होता कि उनसे क्या कहना है।"
राहुल गांधी ने कहा, "यह मेरे लिए काफी मुश्किल दिन रहा है, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि बचे लोगों को उनका हक मिले।" जबकि प्रियंका गांधी ने कहा, "हम उनकी मदद करने और यथासंभव उनका साथ देने के लिए यहां आए हैं।"
राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में वायनाड से दर्ज की थी जीत
राहुल गांधी ने 2019 में वायनाड लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर वायनाड से जीत दर्ज की। इसके साथ-साथ वह उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से भी विजयी हुए। उन्होंने वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से जून में इस्तीफा दे दिया। यहां जल्द ही उपचुनाव होंगे। कांग्रेस की तरफ से इस सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी।
वायनाड में कब आया लैंडस्लाइड?
वायनाड में लैंडस्लाइड सोमवार देर रात करीब 2 बजे और मंगलवार सुबह 4 बजे के बीच आई। इससे मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में नुकसान हुआ। कई घर बह गए। पुल, सड़कें और गाड़ियां बह गईं। लैंडस्लाइड के बाद से 240 से ज्यादा लोग लापता है। मौसम विभाग ने आने वाले तीन दिनों में और कई इलाकों में लैंडस्लाइड का खतरा जताया है।
केरल सरकार ने कहा- मंत्रालय से एक बार भी नहीं आया अलर्ट
गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को संसद में बताया- "23-24 जुलाई को ही केरल सरकार को अलर्ट किया गया था, सरकार समय रहते लोगों को हटाती तो इतना नुकसान नहीं होता।" अब केरल सरकार ने भी अपनी बात रखी है। केरल सीएम विजयन ने कहा, "जब ऐसा कुछ होता है, तो आप दूसरों पर दोष मढ़कर जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। आईएमडी ने त्रासदी से पहले एक बार भी रेड अलर्ट जारी नहीं किया।"