वायनाड: केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन से भारी तबाही मची है। लोगों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच अब आपदा को लेकर राजनीति भी गरमाने लगी है। दरअसल, केरल के मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह के दावे को आधारहीन करार दिया है। इससे पहले संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया था कि केरल सरकार में पूर्व में दी गई चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया। सीएम पिनरई विजयन ने कहा कि वायनाड जिले में भूस्खलन से पहले ही भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) द्वारा भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। जिले में 572 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई, जो कि आईएमडी की भविष्यवाणी से अधिक थी।
केरल के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आपदा प्रभावित क्षेत्रों क लिए आईएमडी ने पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। बताया गया था कि 115 से 204 मिलिमीटर के बीच बारिश हो सकती है। असल में इससे अधिक बारिश दर्ज की गई है। शुरुआती 24 घंटे में क्षेत्र में 22 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई और इसके बाद के 24 घंटों में 371 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई।
उन्होंने कहा, कुल मिलाकर 48 घंटों में 572 मिलिमीटर बारिश हुई। यह पूर्व में दी गई चेतावनी से काफी अधिक है।’
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आपदा से पहले वायनाड जिले के लिए रेड अलर्ट जारी नहीं किया गया और भूस्खलन आने के बाद सुबह छह बजे रेड अलर्ट जारी किया गया। आपको बता दें कि किसी भी क्षेत्र में अत्यधिक भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है। इसके अलावा भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। विजयन ने ये भी बताया कि भूस्खलन की पूर्व चेतावनी देने वाले केंद्रीय जल आयोग ने भी 23 जुलाई से 29 जुलाई के बीच किसी भी तरह की चेतावनी जारी नहीं की।
गृह मंत्री अमित शाह के दावे को बताया आधारहीन
इसके बाद केरल के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘केंद्र सरकार को यह समझने की आवश्यकता है कि जलवायु परिवर्तन के कारण हमारे पर्यावरण में बदलाव हुआ है और हमें इसके लिए सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि केरल सरकार द्वारा राज्य में मानसून की शुरुआत में ही राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को तैनात करने का अनुरोध किया गया था। इसके बाद राज्य में वायनाड जिले के साथ साथ एनडीआरएफ की कुल नौ टीनों को तैनात किया गया। इसके बाद पिनरई विजयन ने कहा कि संसद में जिस तरह के बयान दिए गए, वे आधारहीन हैं। उन्होंने कहा कि संसद में गृह मंत्री ने जो जानकारी पेश की, उसमें इन तथ्यों को शामिल नहीं किया गया था।
संसद में अमित शाह ने क्या कहा था?
आपको बता दें कि बुधवार को राज्य सभा में गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया था कि केरल सरकार ने पूर्व में दी गई चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ के राज्य में तैनात होने के बाद भी चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि केरल को सात दिन पहले ही मौसम को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई थी। इसके अलावा 24 जुलाई को भी इस संबंध में चेतावनी जारी की गई थी।