तिरुवनंतपुरम: केरल के नए मुख्यमंत्री की औपचारिक घोषणा अभी सीपीएम ने नहीं हुई है लेकिन के दिग्गज वामपंथी नेता वीएस अच्युतानंद का तिरुवनंतपुरम के सीपीएम ऑफिस से बाहर निकलना काफी कुछ कह देता है। केरल की सीपीएम इकाई ने तय किया है कि पिनारयी विजयन अब राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। शुक्रवार की सुबह सीपीएम के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी और प्रकाश करात ने पार्टी के हेडक्वॉर्टर में हुई बैठक में हिस्सा लिया जहां विजयन के नाम पर मुहर लगाई गई। कहा जा रहा है कि इस विधानसभा चुनाव में विजयन ने पूर्व मुख्यमंत्री और स्टार प्रचारक अच्युतानंद से बाज़ी इसलिए मारी क्योंकि वह (विजयन) उनसे उम्र में 20 साल छोटे हैं। 72 साल के विजयन का पार्टी की राज्य समिति में बहुमत भी था। विजयन को ज़मीन से जुड़े नेता के तौर पर देखा जता है और पार्टी की कार्यशैली के साथ उनका सामंजस्य भी स्थापित है। वहीं जनता के नेता कहे जाने वाले अच्युतानंद को केरल में ब्रांड तो समझा जाता है लेकिन उन पर कई बार पार्टी के अनुशासन और नियमों को तोड़ने का आरोप लगता रहा है। बतौर मुख्यमंत्री अच्युतानंद के पहले कार्यकाल (2006-11) के दौरान विजयन के साथ अक्सर उनका मतभेद हो जाता था जिससे पार्टी को अक्सर शर्मंदिगी का सामना करना पड़ता था।
एक बार तो ऐसा भी हुआ कि पार्टी ने दोनों नेताओं का नाम पोलित ब्यूरो से हटा दिया। हालांकि विजयन को बहाल कर दिया गया था लेकिन अच्युतानंद केंद्रीय समिति के अतिथि की बनकर रह गए।