ताज़ा खबरें
'संघर्ष विराम में नहीं थी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता': विदेश सचिव मिस्री
मंत्री शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, जांच के लिए एसआईटी गठित

नई दिल्ली: केरल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव की 140 सीटों की मतगणना के अंतिम नतीजे जारी हो गये हैं। यहां एलडीएफ गठबंधन को 91 सीटें मिली हैं, जिसमें शामिल माकपा को 58, भाकपा को 19, केसीबी को एक, सीएम (पी) को एक, आरएसपी एल को एक, जेडीएस को तीन, राकांपा को 2, कांग्रेस (एस) को एक और अन्य को पांच सीटें मिली। केरल में एलडीएफ के मुख्य विपक्षी गठबंधन यूडीएफ को महज 47 सीटें ही मिलीं, जिसमें कांग्रेस को 22, आईयूएमएल को 18, केसी (जे) को एक और केसी (एम) को छह सीटें मिलीं। वहीं केरल में पहली बार बीजेपी ने भी खाता खोल लिया। भारतीय जनता पार्टी को यहां एक सीट मिली, जबकि एक सीट निर्दलीय के खाते में रही। केरल में हमेशा की तरह इस बार द्विकोणीय लड़ाई थी। यहां हर बार की तरह कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ और वाम मोर्चे के नेतृत्व वाली एलडीएफ में सीधी लड़ाई थी। वीएस अच्युतानंद के नेतृत्व में एलडीएफ ने शानदार जीत दर्ज की है। केरल के आबकारी मंत्री के. बाबू चुनाव हार गए हैं, उन्हें त्रिपुनितुरा सीट से माकपा के एम स्वराज ने हराया। केरल के गृहमंत्री रमेश चेन्नितला हरिपाद निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीत गए हैं। यूडीएफ कृषि मंत्री केपी मोहनन को एलडीएफ की शैलजा टीचर ने कुथुपरंबा निर्वाचन क्षेत्र से हराया।

क्रिकेटर श्रीसंत को तिरुवनंतपुरम सीट से हार का सामना करना पड़ा। यूडीएफ उम्मीदवार कडकमपल्ली सुरेंद्रन ने कझकूटम निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के वी मुरलीधरन को 7347 मतों से हराया। इस बार 109 महिला उम्मीदवारों सहित कुल 1,203 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख