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तिरुवनंतपुरम: केरल के एर्नाकुलम जिले में 30 साल की एक दलित महिला से कथित बलात्कार और उसकी नृशंस हत्या के सिलसिले में तीन व्यक्ति पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए हैं। इस घटना को लेकर पूरे केरल में आक्रोश फैल गया है तथा आज छात्रों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि 28 अप्रैल को एर्नाकुलम जिले के पेरूम्बवूर में गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली कानून की इस छात्रा से उसके ही घर में बलात्कार किया गया और उस पर धारदार हथियार से नशंस वार किया गया एवं उसकी हत्या कर दी गयी। इस अपराध के सिलसिले में अब तक कोई औपचारिक गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस घटना ने राज्य को हिला कर रख दिया है और 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इससे राजनीति तेज हो गई है। एर्नाकुलम रेंज के पुलिस महानिरीक्षक महिपाल यादव ने बताया कि गला घोंटने और गला दबाने के संकेत हैं तथा उसके गले, छाती और कई अन्य अंगों पर 13 जख्म हैं। कुछ रिपोर्ट में उसके शरीर पर करीब 20 जख्म होने की बात कही गयी है और यह भी कि उसकी आंतें बाहर आ गई थीं।

इस वारदात को वर्ष 2012 में दिल्ली में एक चलती बस में एक युवती से हुए सामूहिक बलात्कार की घटना से समानता की वजह से केरल का निर्भया कांड करार दिया जा रहा है। दिल्ली की बलात्कार पीड़िता की बाद में मौत हो गयी थी। पुलिस ने कहा कि शुरुआती तौर पर दो लोग हिरासत में लिए गए हैं और यादव की अगुवाई में एक पुलिस टीम उनसे पूछताछ कर रही है। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये दोनों ही असली गुनाहगार हैं या नहीं। पुलिस ने कहा कि एक और व्यक्ति को उत्तर केरल के कुन्नूर से आज आज रात हिरसात में लिया गया है और पूछताछ के लिए उसे पेरूम्बवूर लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने इस अपराध को स्तब्ध कर देने वाला बताया एवं कहा कि अपराधियों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। यादव ने कहा कि हमारी जानकारी और हमारी जांच के मुताबिक आरोपी एक ही व्यक्ति है। कुछ लोगों ने एक व्यक्ति को (महिला के) घर से निकलते देखा। केरल पुलिस ने जांच के बारे में ब्योरे का खुलासा नहीं किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार पेरूम्बवूर में 28 अप्रैल को गरीब परिवार की इस लड़की से बलात्कार किया गया और धारदार हथियार से उस पर वार किया गया और उसकी हत्या कर दी गयी। रात में करीब आठ बजे जब उसकी मां काम से घर लौटी तो उसे वह एक कमरे के घर में खून से लथपथ मृत पड़ी मिली। केरल राज्य अनुसूचित जाति़जनजाति आयोग ने इस घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया और पुलिस से 28 मई तक जांच की प्रगति रिपोर्ट सौंपने को कहा। केरल मानवाधिकार आयोग ने इस वारदात की जांच अपराध शाखा को सौंपने का आदेश दिया। मीडिया रिपोर्ट के आधार पर मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति जे बी कोशी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को इस संदर्भ में निर्देश जारी किया। चांडी ने कहा कि केरल युवती की नृशंस हत्या से स्तब्ध है। अपराधियों पर मामला दर्ज किया जाएगा और इस घटना में शामिल व्यक्तियों के लिए कठोरतम सजा सुनिश्चित की जाएगी। इस वारदात को घणित अपराध करार देते हुए अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति पी एन विजयकुमार ने कहा कि उन्होंने इस घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल बनाये जाने की मांग की है। महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और राजनीतिक दलों ने पार्टी लाइन से उपर उठकर इस अपराध पर चिंता जतायी है।

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