चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस में खीचतान के बीच अपने अपमान से आहत हैं। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत में भविष्य की सियासत के बारे में भी संकेत दिए। एक टीवी चैनल व एएनआइ से बातचीत में कहा कि उनके लिए सभी विकल्प हैं। मैं अभी थका हूं। मुझे मुख्यमंत्री के रूप मेें नवजाेत सिंह सिद्धू के साथ काम नहीं सकता। सिद्धू टाेटल डिजास्टर हैं। उनमें कोई क्षमता नहीं है। एक विभाग को तो नहीं संभाल सके, पूरा पंजाब क्या संभालेंगे। सिद्धू राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
टीवी चैनलों से बातचीत में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू पर जमकर भड़के। उन्होंने कहा कि मैं ने पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत को बता दिया था मुझे नवजोत सिंह सिद्धू स्वीकार नहीं है। कैप्टन ने कहा,सीएम के रूप में मुझे नवजोत सिंह सिद्धू किसी सूरत में मंजूर नहीं है। वह व्यक्ति टोटल डिजास्टर है। एक मिनस्ट्री तो संभाल नहीं पाया पूरा पंजाब कैसे संभालेगा। मंत्री रहते उसने अपने विभाग में पूरी गड़बड़ी फैला कर रख दी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू अक्षम व्यक्ति हैं। वह पूरी तरह डिजास्टर हैं। सिद्धू का पाकिस्तान से कनेक्शन है और वह राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। उनकी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के मित्र हैं। सिद्धू के पाकिस्तानी सेना के चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ भी संबंध हैं।
कैप्टन अमरिंदर बोले जब मैंने अपने इस्तीफे के बारे में साेनिया गांधी से फोन पर बात की जो उन्होंने कहा ' आइएम सॉरी अमरिंदर'।
इससे पहले मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कैप्टन ने अपने इस्तीफे का ठीकरा पार्टी हाई कमान पर भी फोड़ा । कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मेरा अपमान हुआ। मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया जी को कह दिया था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों में तीसरी बार कुछ विधायक इकट्ठा होकर कह देते हैं कि मैं काम नहीं कर रहा। ऐसे में आपको जो अच्छा लगता है उसे सीएम बना लें।
कैप्टन अमरिंदर ने अपनी अगली रणनीति के बारे में कहा, मेरे पास सभी विकल्प खुले हैं। मैं जल्द ही अपने समर्थकों से मिलूंगा और उनके साथ बातचीत करके अगली रणनीति तय करूंगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं साढ़े नौ साल मुख्यमंत्री रहा। अब अपने समर्थकों और अपने साथियों से बात करके आगे की योजना तैयार करूंगा। मैं अभी पार्टी में हूं। मैंने अभी किसी नेता को मंजूर नहीं किया है। मैं जल्द ही अपने समर्थकों से मिलूंगा और उनके साथ बातचीत करके अगली रणनीति तय करूंगा।
कैप्टन ने राजभवन के बाहर मीडिया कर्मियों से ज्यादा बात नहीं की। इतना कहकर ही वह लौट गए। हालांकि उनके बेटे रणइंद्र सिंह ने कैप्टन के इस्तीफे को मुक्ति बताया। उन्होंने कहा कि स्टेट दीयां झांझरां लैह चुकियां ने (स्टेट की पायलें उतर चुकी हैं)
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के मौके पर कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ उनकी सांसद पत्नी परनीत कौर, बेटा रणइंद्र सिंह, सांसद गुरजीत सिंह औजला ,चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी सुरेश कुमार और मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल भी उनके साथ थे। कैसे चला घटनाक्रम काबिले गौर है कि आज सुबह से ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से हाई कमान की ओर से इस्तीफा लेने की खबरें चलनी शुरू हो गईं थीं। कैप्टन ने इस बारे में पार्टी के सीनियर लीडर कमलनाथ और सांसद मनीष तिवारी से भी बात की और उनसे कहा कि उन्हें बार बार अपमानित किया जा रहा है। वह इस तरह की जलालत नहीं सकते।