गुवाहाटी: दो पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा मेघालय में अब एक ही गठबंधन में हैं। अंपरीन लिंगदोह के नेतृत्व में मेघालय में सभी पांच कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेतृत्व वाले गठबंधन को समर्थन दिया है। इस गठबंधन में बीजेपी भी भागीदार है। सुश्री लिंगदोह ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने कोनराड संगमा के मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (एपडीए) में शामिल होने का फैसला किया है।
कांग्रेस के सभी पांच विधायकों ने आज संगमा से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन पत्र दिया। एनपीपी और कांग्रेस पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी थे, लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में कांग्रेस के 12 विधायकों के शामिल होने के बाद दोनों पार्टियां करीब आ गई हैं। अंपरीन लिंगदोह ने कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के फैसले का जिक्र करते हुए संवाददाताओं से कहा, "हमने कोनराड के संगमा के नेतृत्व वाले एमडीए को अपना समर्थन दिया है और आज हम सरकार को मजबूत करने के लिए एमडीए गठबंधन में शामिल हो गए हैं।
उन्होंने कहा, हम सीएलपी सदस्यों ने समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किए और उसे मेघालय के मुख्यमंत्री को सौंप दिया।"
अंपरीन लिंगदोह ने कहा कि "हम एक दूसरे के हितों की रक्षा कर रहे हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य हमारे निर्वाचन क्षेत्रों के लिए न्याय दिलाना है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए, सरकार के निर्णय को मजबूत करने के लिए एमडीए का समर्थन करते हैं कि हमारा संयुक्त प्रयास राज्य के नागरिकों के सामान्य हितों को आगे ले जाएगा।"
मेघालय में इस सियासी हलचल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तृणमूल कांग्रेस की मेघालय इकाई ने कहा, "सत्ता के भूखे लोगों ने आधिकारिक तौर पर हाथ मिला लिया है।"
तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट किया- "बेईमान और सत्ता के भूखे लोगों ने आधिकारिक रूप से हाथ मिला लिया है। कांग्रेस और एनपीपी के नेतृत्व वाले एमडीए के बीच इस गठबंधन ने एक बार फिर स्पष्ट रूप से तृणमूल कांग्रेस को मेघालय में एकमात्र विश्वसनीय विकल्प साबित किया है। मेघालय को समर्पित हम सभी के विकास के लिए लड़ना जारी रखेंगे।