आगरा: जवाहर यमुना पुल डैमेज हो गया है, रविवार आधी रात से पुल पर भारी वाहनों की नो एंट्री कर दी गई। वाहनों के दबाव से पुल हिल रहा है, इससे पुल के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बढ गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने ट्रक, बस सहित हल्के भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है, इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। यमुना एक्सप्रेस वे से वाटर वक्र्स आने के लिए यमुना पर बने पुराने जवाहर पुल पर यातायात का दबाव बढता जा रहा था। पिछले कुछ दिनों से पुल वाहनों के दवाब से बुरी तरह से हिलने लगा था। इसके भार सहने की क्षमता के लिए पिलर पर लगाए गए बैरिंग खराब हो गए हैं, इससे वाहनों की संख्या बढने पर पुल बुरी तरह से हिलने लगता है। बैरिंग के पूरी तरह से डैमेज हो जाने पर बडा नुकसान हो सकता है। इसे देखते हुए एनएचएआई ने रविवार आधी रात को आदेश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि एनएच टू पर यमुना पर बना जवाहर पुल क्षतिग्रस्त हो गया है।
इसे देखते हुए हल्के कॉमर्शियल वाहन, बस ट्रक सहित अन्य भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है। एनएसएआई के अधिकारियों का कहना है कि क्षतिगस्त जवाहर पुल की मरम्मत में एक महीने का समय लग सकता है। इस दौरान पुल पर भारी वाहनों का आवगमन बंद रहेगा। बताया जा रहा है कि जवाहर पुल 1970 में बना था, यह पुल पहले भी डैमेज हो चुका है। इसकी मरम्मत में करोडों रुपये खर्च हुए थे। एक बार और पुल डैमेज हो गया है। इस पुल को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का नाम देते हुए जवाहर पुल रखा गया था। राष्ट्रीय राजमार्ग को सिक्स लेन करने के लिए वाटर वक्र्स पर फृलाई ओवर बन रहा है। इससे जवाहर पुल पर वाहनों का दबाव बढता जा रहा है, एक साथ दर्जनों भारी वाहन पुल से गुजरते हैं, पुल में कंपन्न होने के साथ बैरिंग खराब हो रही हैं।