सैफई: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर तंज कस्ते हुए कहा कि विपक्षी टिप्पणी करते हैं कि प्रदेश में साढ़े तीन मुख्यमंत्री हैं, कभी कहते हैं पांच मुख्यमंत्री हैं। लेकिन मुझे लर्निंग सीएम का तमगा देने वालों को विकास दिखाई नहीं दे रहा है।उन्होंने कहा की जब लर्निंग सीएम के रूप में इतना विकास कर सकते हैं तो आने वाली अगली सरकार विकास के मामले में विश्व रिकार्ड बनाएगी। वह मंगलवार को सैफई में आयोजित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के अधिष्ठापन समारोह में पहले कुलपति को कुलाधिपति की हैसियत से शपथ दिलाने के बाद बोल रहे थे। उन्होंने दस साल में मेडिकल कॉलेज से विश्वविद्यालय बनने पर संस्थान के अधिकारियों की मेहनत की सराहना की। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य अतिथि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की मौजूदगी में उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के पहले कुलपति डॉ. ब्रिगेडियर टी. प्रभाकर को केक काटने के बाद पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। कुलाधिपति की हैसियत से शपथ दिलाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार सपा की सरकार बनाकर वह नया रिकार्ड बनाएंगे। हालांकि रिकार्ड तो सोमवार को भी कुछ ही घंटों में पांच करोड़ पौधे लगाकर बनाया है। कहा कि आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई की एक गांव में स्थापना भी वर्ल्ड रिकार्ड है। कुलाधिपति की परंपरागत वेशभूषा में समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री ने चुटकी ली कि कहा जाता है कि सपा सरकार को पांच मुख्यमंत्री चला रहे हैं, कभी कहा जाता है कि साढ़े तीन मुख्यमंत्रियों की सरकार है। अखिलेश ने कहा कि वे उनको लर्निंग मुख्यमंत्री कहने वालों को बता देना चाहते हैं कि जब वे लर्निंग और ट्रेनी सीएम के रूप में इतना विकास कर सकते हैं।
अब तो वे परिपक्व हो गए हैं और अगली सरकार बनने पर मुख्यमंत्री में जो काम वे करेंगे, उनकी बराबरी देश का कोई सीएम करने की सोच भी नहीं पाएगा। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में 2017 में फिर से सपा की सरकार बनेगी और वे विकास कराकर यूपी का नाम एक बार फिर से विश्व रिकार्ड में दर्ज कराएंगे। मुख्यमंत्री कहा कि नेता जी के सपने सैफई की मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थापित करने में बहुतों का जहां सहयोग रहा है, वहीं राज्यपाल को भी धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने इस विश्वविद्यालय को न केवल स्वीकृति दी, बल्कि मुझे इसका कुलाधिपति भी बनाया। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों को भी चेताया और कहा कि वे अपना व्यहवार बदलें और सुनिश्चित करें कि मरीजों को दवाएं बाहर से न खरीदनी पड़ें। नेता जी का सपना तभी और सफल माना जाएगा, जब हर मरीज स्वस्थ होकर यहां से जाए और यहां के प्रोडक्ट चिकित्सक पूरे विश्व में चिकित्सा क्षेत्र में सैफई की पताका फहराएं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने सैफई मेडिकल कॉलेज से यूनिवर्सिटी तक के सफर में प्रमुख सचिव अनीता सिंह व डॉ. टी प्रभाकर के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि एमसीआई के तब के चेयरमेन केतन देसाई ने भी उन्हें प्रेरित किया था और समय-समय पर सहयोग भी किया। उन्होंने कहा कि गांव में सरकारी विश्वविद्यालय देश में ही नहीं विश्व में भी स्थापित नही है। अंत में सपा मुखिया ने मेडिकल यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं को मेहनत से पढ़ने की सीख देते हुए कहा कि यहां से जाने के बाद वे सैफई को कभी न भूलें।